नाहन: शातिर तत्वों द्वारा नाहन के पक्का टैंक क्षेत्र में पुलिस स्टेशन नाहन के नाम से चिपकाए गए फर्जी पोस्टरों का मामला सामने आया है। रविवार को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ऐसे दो फर्जी पोस्टरों को कब्जे में लिया, जो निजी भवनों पर चिपकाए गए थे। इन पोस्टरों में पुलिस स्टेशन की मुहर और हस्ताक्षर के साथ एक युवक की तस्वीर प्रकाशित कर उस पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। पुलिस ने इन पोस्टरों को पूरी तरह फर्जी बताया है।
मामले की जानकारी मिलने के बाद इसे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) योगेश रोल्टा के संज्ञान में लाया गया। एएसपी ने स्पष्ट किया कि पुलिस स्टेशन नाहन की ओर से ऐसा कोई पोस्टर जारी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, “यह पूरी तरह फर्जी है। संबंधित पोस्टरों को जब्त कर लिया गया है, और मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए गए हैं।”
पुलिस टीम ने पक्का टैंक क्षेत्र से फर्जी पोस्टरों को हटाकर कब्जे में लिया। एएसपी योगेश रोल्टा ने बताया कि इस क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। उन्होंने कहा, “सीसीटीवी फुटेज की मदद से उन लोगों का पता लगाया जाएगा, जिन्होंने पुलिस स्टेशन के नाम का दुरुपयोग करते हुए फर्जी पोस्टर लगाए हैं।”
गौरतलब है कि इन फर्जी पोस्टरों में एक युवक की तस्वीर के साथ गंभीर आरोप और आईपीसी की धाराओं के तहत मामले दर्ज किए जाने का उल्लेख किया गया था। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। स्थानीय लोग इस तरह की हरकत को शरारती तत्वों की साजिश मान रहे हैं।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जल्द ही दोषियों को पकड़ने का आश्वासन दिया है। एएसपी रोल्टा ने कहा, “फर्जी पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस टीम पूरी तत्परता से जांच में जुटी है।”
इस घटना के बाद पक्का टैंक क्षेत्र के लोगों में चर्चा का माहौल गर्म है। लोग ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की सक्रियता और जांच से उम्मीद है कि इस मामले के दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।