सोलन: हिमाचल प्रदेश में बुनियादी शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं ताकि स्कूलों में शिक्षा का स्तर बढ़े और रिजल्ट भी सुधरे। इसी कड़ी में सोलन एससीईआरटी के तत्वावधान में स्टार्स प्रोजेक्ट के तहत पांच दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें प्रदेश के पांच जिलों के 57 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम का आयोजन स्कूल लीडरशिप डवलपमेंट प्रोग्राम (एसएलडीपी) के तहत किया गया।
स्टार्स की प्रोग्राम कोर्ड़िनेटर अस्सिटेंट प्रोफेसर वीना ठाकुर ने बताया कि स्कूली शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार की योजना, स्ट्रेंथनिंग टीचिंग, लर्निंग एंड रिजल्ट फॉर स्टेटस (स्टार्स) अक्टूबर 2020 में शुरू हुई थी और इस पर कार्य फरवरी 2021 में शुरू हुआ। यह योजना पायलट बेस पर देश के 6 राज्यों में चलाई गई है। इसमें हिमाचल प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उड़ीसा, केरल राज्य को शामिल किया गया है।
इसी योजना के तहत स्कूल हैड्स की कैपेसिटी बिल्डिंग की जा रही है। पहले चरण में स्टेट रिसोर्स गु्रप ऑफ की रिसोर्सपर्सन (केआरपीएस) तैयार किया जा रहा है, जो अपने-अपने जिलों में जाकर सीएचटी, मिडल,हाई और सीनियर सेकंडरी स्कूलों के मुखियों को प्रशिक्षण देंगे। 6 जिलों के हैड्स का प्रशिक्षण देंगे। 6 जिलों का प्रशिक्षण सोलन एससीईआरटी में दिया जाएगा, जबकि शेष 6 जिलों को धर्मशाला के टीचर ट्रैनिंग कॉलेज में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
एससीईआरटी सोलन के प्रिंसिपल हेमंत कुमार ने बताया कि स्टार्स प्रोग्राम के तहत पहले पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें पांच जिलों के 57 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसमें बिलासपुर के 8, शिमला के 17, सिरमौर के 11, सोलन के 13 और ऊना के 7 स्कूल हैड्स शामिल हुए।