नाहन : राष्ट्रीय संसाधन सह मेघा छात्रवृति की परीक्षा परिणाम सत्र 2023-24 में पीएम श्री उत्कृष्ट विद्यालय राजगढ़ के चार छात्रों रिधिमा, कृतिका, अंश और गिरीश ने एनएमएमएस छात्रवृत्ति 2024 की परीक्षा उतीर्ण की है।
इन छात्रों ने अपनी सफलता के श्रेय अपने सभी शिक्षकों और विशेष तौर पर विजय वर्मा (प्रवक्ता अंग्रेजी ) को दिया। छात्रों ने बताया कि विजय सर ने लगातार दो महीने ऑनलाइन के माध्यम से इसकी निशुल्क कोचिंग दी और समय-समय पर उनका मार्गदर्शन किया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि एनएमएमएस छात्रवृत्ति 2024 की परीक्षा उतीर्ण कर इन छात्रों ने विद्यालय का नाम रोशन किया है । उन्होंने बताया कि रिधिमा शर्मा ने 125 नंबर लेकर जिला सिरमौर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
स्कूल प्रधानाचार्य और सभी शिक्षकों ने चारों बच्चों को शुभ आशीर्वाद दिया और इनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
केंद्र प्रायोजित योजना “राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना (एनएमएमएसएस)” मई, 2008 में शुरू की गई थी। इसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा कार्यान्वित किया जाता है। योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों को आठवीं कक्षा में पढ़ाई छोड़ने से रोकने के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करना और उन्हें माध्यमिक स्तर पर अध्ययन जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना है। स्थानीय निकाय स्कूलों में नौवीं से बारहवीं कक्षा में अध्ययन के लिए प्रत्येक वर्ष चयनित छात्रों को 12000/- प्रति वर्ष (1000/- रुपये प्रति माह) प्रति छात्र प्रदान किया जाता है। विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के लिए छात्रवृत्ति का कोटा है। वे छात्र जिनके माता-पिता की सभी स्रोतों से आय रुपये से अधिक नहीं है। छात्रवृत्ति के लिए छात्रों का चयन राज्य सरकारों द्वारा आयोजित एक परीक्षा के माध्यम से किया जाता है। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा तिमाही आधार पर छात्रवृत्ति सीधे छात्रों के बैंक खातों में वितरित की जाती है।
“केंद्रीय विद्यालयों और “जवाहर विद्यालय विद्यालयों” में पढ़ने वाले छात्र इस योजना के तहत छात्रवृत्ति पाने के हकदार नहीं हैं। इसी प्रकार, राज्य सरकार के संस्थानों द्वारा संचालित आवासीय विद्यालयों में पढ़ने वाले वे छात्र, जहां भोजन, आवास और शिक्षा जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र भी इस योजना के तहत छात्रवृत्ति के लिए पात्र नहीं हैं।