सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा निदेशालय ने पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड, मुंबई से राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए सहयोग करार किया है। तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. राम लाल मारकंडा की उपस्थित में बुधवार सांय तकनीकी शिक्षा निदेशालय सुंदरनगर में निदेशक, तकनीकी शिक्षा, विवेक चंदेल तथा पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड, मुंबई के उपाध्यक्ष डॉ. पीके शुक्ला ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
इस दौरान तकनीकी शिक्षा निदेशालय से संयुक्त निदेशक (टीई), सुनील वर्मा, उप निदेशक (प्रशिक्षण)संजय गुप्ता, प्रधानाचार्य राजकीय आईटीआई (निःशक्त व्यक्तियों) सुंदरनगर आदित्य रैना और पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड से राष्ट्रीय प्रबंधक (कौशल विकास) अरुण उपाध्याय, (क्लस्टर हेड, बद्दी एचपी) सितार मो० मलिक उपस्थित रहे।
डॉ. राम लाल मारकंडा ने कहा कि यह समय की जरूरत है कि एक गतिशील मजबूत कौशल पारिस्थितिकी तंत्र हो जो बड़े पैमाने पर सुधार को प्रोत्साहित कर सके। हिमाचल सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सहयोग के लिए पिडिलाइट प्रबंधन का आभार जताया। बता दें पिडिलाइट ने गुजरात में भी 200 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में कौशल पारिस्थितिकी तंत्र की मजबूती में सहयोग का जिम्मा लिया है।
एमओयू की खास बातें :
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में कारपेंटरी, प्लंबिंग, इलेक्ट्रीशियन तथा इंटीरियर डिजाईन एवं डेकोरेशन (दीर्घकालिक एवं अल्पावधि दोनों) व्यवसायों का समर्थन एवं इन्हें शुरू करना।
नियमित एवं अतिथि अनुदेशकों को नियमित अंतराल पर नवीनतम तकनीकों/ उपकरणों/ क्रियाओं से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करना।
पाठ्यक्रम को अद्यतन करना और निर्देशात्मक पाठ्यक्रम सामग्री और शिक्षण सहायक सामग्री विकसित करना, नई प्रशिक्षण तकनीक को अपनाना, प्रशिक्षकों और कर्मचारी विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन करना, उद्योग से सलाहकारों और अतिथि व्याख्याताओं की व्यवस्था करना, सेमिनारों, प्रशिक्षणार्थियों एवं अनुदेशकों के लिए कार्यशालाओं और ऑन-जॉब प्रशिक्षण (ओजेटी) की व्यवस्था करना।
विभिन्न औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले कच्चे माल, उपकरण और मशीनरी की खरीद और समय पर उनकी उपलब्धता की प्रक्रिया को सुगम बनाना।
पिडिलाइट, बाजार में प्रचलित नवीनतम तकनीकों और प्रौद्योगिकियों के अनुसार समर्थित व्यवसायों में अतिरिक्त प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित करेगा।
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में जागरूकता पैदा करने के नए तरीके बनाने के लिए मदद करना, इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए छात्रों को परामर्श देना, शिक्षण, परिसर में कार्यशालाओं, प्रदर्शनियों, प्रदर्शन यात्राओं आदि का आयोजन करना।
प्रशिक्षण के लिए उपकरण और कच्चा माल दान करना ।
स्ट्राइव योजना के तहत उद्योग भागीदार के रूप में चयनित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के साथ जुड़ना तथा कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए सहायता प्रदान करना।
तकनीकी शिक्षा विभाग आवश्यकता आधारित मॉड्यूलर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम, संकाय प्रशिक्षण कार्यक्रम और/ या आईटीआई बुनियादी ढांचे के उन्नयन एवं हार्डवेयर स्थापित करने के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के परिसर में व्यावहारिक कार्यशालाओं, प्रयोगशालाओं, कक्षाओं जैसे प्रशिक्षण बुनियादी ढांचा प्रदान करेगा।