हमीरपुर: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य पर जिला हमीरपुर के उपायुक्त कार्यालय परिसर में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया और लगभग 38 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों के उदघाटन एवं शिलान्यास किए।

इसके उपरांत उपायुक्त कार्यालय परिसर में कांग्रेस पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग द्वारा आयोजित अंबेडकर जयंती समारोह में संविधान निर्माता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान को ऐसी अदभुत संरचना प्रदान की है, जिससे प्रत्येक नागरिक और समाज के सभी वर्गों का कल्याण एवं उत्थान सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेकर राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर एवं सबसे समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर क्षतिपूर्ति की राशि और 14वें व 15वें वित्त आयोग द्वारा राजस्व घाटा अनुदान में भारी कटौती के कारण उत्पन्न कठिन आर्थिक परिस्थितियों से उबरने के लिए प्रदेश सरकार ने व्यापक कदम उठाए हैं और राज्य की आर्थिक स्थिति में बहुत बड़ा सुधार देखने को मिल रहा है। सुधार की इस प्रक्रिया में सरकार को प्रदेशवासियों के सहयोग की भी आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल में सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य एवं शिक्षण प्रणाली स्थापित करेगी। हमीरपुर चिकित्सा महाविद्यालय में कार्डियोलॉजी विभाग के बाद अब नेफ्रोलॉजी और न्यूरोलॉजी विभाग भी खोले जाएंगे, जिससे किडनी तथा न्यूरो की समस्याओं से जूझ रहे मरीजों को यहीं पर आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। हमीरपुर में उत्कृष्ट कैंसर केयर संस्थान के लिए पहले ही 85 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रदेश सरकार व्यापक सुधार कर रही है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं जिनके माध्यम से आम परिवारों के बच्चों को निकटतम स्थानों में बेहतरीन शिक्षण सुविधाएं प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई ऐसे शिक्षण संस्थान खोले गए थे जहां पर न तो विद्यार्थी थे और न ही मूलभूत सुविधाएं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कुछ योजनाओं का दुरुपयोग हो रहा था। वर्तमान सरकार इन सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस बार के बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। प्राकृतिक खेती से तैयार की गई फसलों के समर्थन मूल्य और मनरेगा की दिहाड़ी में भारी वृद्धि की गई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 5.08 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के आवासीय भवनों, 2.01 करोड़ रुपये से निर्मित राजस्व कॉलोनी, 4.42 करोड़ रुपये के उप-स्वास्थ्य केंद्र धरोग के भवन एवं आवास और 1.71 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किसान सलाहकार केंद्र का उदघाटन किया।
उन्होंने लगभग 18.42 करोड़ रुपये की लागत से जसकोट में बनने वाले हेलीपोर्ट, एक करोड़ रुपये से बनने वाले पॉलीटेक्निक कॉलेज बड़ू के मैकेनिकल ब्लॉक और 5.26 करोड़ रुपये की भगोट-फाफन सड़क का शिलान्यास भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू, विधायक सुरेश कुमार और कैप्टन रणजीत सिंह राणा, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष रामचंद्र पठानिया, ओबीसी वित्त एवं विकास निगम के उपाध्यक्ष डॉ. मोहन लाल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा, सुभाष ढटवालिया, सुमन भारती, एपीएमसी अध्यक्ष अजय शर्मा, डीसी अमरजीत सिंह, एसपी भगत सिंह ठाकुर, हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के समन्वयक अतुल कड़ोहता, अन्य अधिकारी, डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना में योगदान देने वाले प्रोफेसर सुनील दत्त गौतम, शीतला गौतम और यश गौतम, कांग्रेस अनुसूचित विभाग तथा पार्टी के अन्य सभी फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारी तथा स्थानीय निकायों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।