ऊना: जिला ऊना में स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को सोमभद्रा नाम से प्रचारित करने के बाद जिला प्रशासन ऊना इन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत है। दुनिया के हर कोने में सोमभद्रा उत्पादों का स्वाद पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन जंगल हारवेस्ट कंपनी को मार्केटिंग पार्टनर के रूप में जोड़ने की तैयारी कर रहा है, ताकि स्वयं सहायता समूहों के तैयार उत्पादों की ग्लोबल मार्केटिंग की जा सके, जिससे की समूहों की महिला सदस्यों को अधिक से अधिक आय हो।
इस बारे उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा “अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिला ऊना में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से तैयार होने वाले उत्पादों की मार्केटिंग के लिए जंगल हारवेस्ट कंपनी को जोड़ा जा रहा है। कंपनी का पहले से ही दक्षिणी अमेरिका तथा यूरोप में नेटवर्क है और कंपनी इस नेटवर्क के जरिए स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए तैयार है। कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत हो चुकी है और कंपनी इस कार्य के लिए तैयार है। स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के तैयार उत्पादों में एकरूपता लाने के लिए उन्हें सोमभद्रा ब्रांड नेम दिया गया है और इन उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिलने से स्वयं सहायता समूहों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।”स्वयं सहायता समूहों का तैयार कच्चा माल कंपनी खरीदेगी, जिसकी मार्केटिंग अंतर्राष्ट्रीय स्तर होगी।
शुरुआती दौर में ऐसे उत्पाद खरीदे जाएंगी, जिनकी शेल्फ लाइफ अधिक होती है यानी जो जल्दी खराब नहीं होते। बाद में अन्य उत्पादों को भी जोड़ा जाएगा और उनकी मार्केटिंग के लिए भी रणनीति तैयार की जाएगी।जंगल हार्वेस्ट कंपनी के प्रतिनिधि अजय ठाकुर ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों को आंवला का पाउडर तथा आंवले से जुड़े उत्पाद बनाने को कहा गया है। समूह अपना उत्पाद तैयार करें और कंपनी इसे खरीद कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेचेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी समूहों को ट्रेनिंग प्रदान करने के साथ-साथ अन्य किसी भी प्रकार की सहायता प्रदान करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह के उत्पादों का एक बहुत बड़ा बाजार है, जिसका दोहन किया जा सकता है और इससे जिला ऊना की ग्रामीण महिलाओं को आय में बढ़ौतरी हो सकती है।