सोलन में खुला हिमाचल का पहला पिलेट्स फिटनेस स्टूडियो

सोलन: हिमाचल प्रदेश के सोलन शहर में पिलेट्स फिटनेस स्टूडियो और नया फिजियोथेरेपी सेंटर खुला है। संभवतः यह पिलेट्स फिटनेस स्टूडियो हिमाचल प्रदेश का पहला पिलेट्स स्टूडियो होगा। रविवार के दिन सेंटर का उद्घाटन शहर के जानेमाने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. आर.पी. सिंगला ने किया। इस अवसर पर डॉ. सिंगला ने इस फीजियोथरेपी सेंटर के लिए डॉ. श्वेता व उनके पूरे परिवार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इससे शहर के लोगों को अब फीजियोथेरेपी की और बेहतर सुविधा मिलेगी। इस अवसर पर उनकी पत्नी निशा सिंगला, प्रभदीप सिंह बाजवा, के.एस. बाजवा, जसविंद्र बाजवा, चमन रपटा समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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सोलन में खुले डॉ.श्वेता फिजियोथेरेपी एंड पिलेट्स स्टूडियो के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. श्वेता अवस्थी बाजवा ने बताया कि उनके सेंटर पर मैनुअल थेरेपी, कपिंग थेरेपी, पिलेट्स, एम.एफ.आर.,थेरेपिक एक्ससाइज, इलैक्ट्रोथेरेपी समेत अन्य तमाम सुविधाएं मिलेगी। इससे सरवाइकल, पैरालेसिज, फ्रोजन शोल्डर, माइग्रेन समेत गंभीर रोगों में राहत मिलेगी। फिजियोथेरेपी एक तरह का चिकित्सक उपचार है, जो कई तरह की रिकवरी के साथ शरीर की जकडऩ को दूर कर सकती है।

क्या है फिजियोथेरेपी

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डॉ.श्वेता ने बताया कि फिजियोथेरेपी एक ऐसी तरह की थेरेपी होती है, जो मेडिकल साइंस का ही एक हिस्सा है। इसमें इलाज के कई तरीके होते हैं, जिसमें हाथों की कसरत, एक्सरसाइज, पेन से रिलीफ मूवमेंट ,जिससे दर्द से निजात पाने में मदद मिलती है। उन्होंने बताया कि फिजियोथैरेपी चिकित्सा बिना किसी दवा और इंजेक्शन से की जाती है।

उन्होंने कहा कि इस चिकित्सा पद्धति का मूल मंत्र शरीर की कार्य क्षमता को विकसित करना है। शारीरिक शक्ति, कार्य की गति और समग्र स्वास्थ्य को बहाल, रखरखाव और उस में निरंतर सुधार करना है। फिजियोथेरेपी जोड़ों और हड्डियों के साथ दिल और दिमाग को हेल्दी रखने में काफी मददगार है।

पिलेट्स क्या है?

Pilates

पिलेट्स व्यायाम की एक प्रणाली है जिसे 1920 के दशक में जोसेफ पिलेट्स नामक एक जर्मन शारीरिक प्रशिक्षक ने बनाया था। इस विधि से मन शरीर की प्रत्येक विशिष्ट मांसपेशी को नियंत्रित किया जा सकता है। पिलेट्स पेट की मांसपेशियों पर ध्यान केंद्रित करके शरीर की मांसपेशियों को पुनः संतुलित करता है, जो तब बेहतर आसन और रीढ़ की हड्डी को बेहतर बनाने में सहायता करता है। विशेष तरीके के श्वास, रीढ़ की सटीकता के साथ व्यायाम करने, कमजोर मांसपेशियों को मजबूत करने में सहायक होता है। पिलेट्स में 500 से अधिक व्यायाम शामिल हैं और इसके मुख्य सिद्धांत है, एकाग्रता, नियंत्रण, केंद्रित होना, तरलता और सटीकता है।

पिलेट्स व्यायाम शरीर की मुद्रा में सुधार करता है, रीढ़ की हड्डी की ताकत, लचीलापन और गतिशीलता बढ़ाता है। साथ ही तनाव दूर करने में मदद करता है, दर्द कम करता है (पीठ, गर्दन, कंधे, कूल्हे और घुटनों में) मांसपेशियों के असंतुलन से जुड़ी मौजूदा चोटों को ठीक करने में मदद करता है।

प्रदेश में पहली बार मिलेगी पिलेट्स की सुविधा

डॉ.श्वेता के अनुसार पिलेट्स एक फिटनेस प्रोग्राम है। अभी तक पिलेट्स केवल मैट्रो सिटी में ही थी,लेकिन अब यह सुविधा सोलन में भी मिलेगी। इसमें मैट एक्ससाइड समेत पूरी शारीरिक व्यायाम की प्रक्रिया है, जिसमें कम प्रभाव वाले व्यायाम और खिंचाव शामिल होते हैं, जिन्हें मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है और अक्सर विशेष उपकरणों के साथ किया जाता है। एक प्रकार का मन-शरीर व्यायाम है, जिसे 20वीं सदी के शुरूआत में विकसित किया गया है।