नाहन : अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर हिमालयन अवेकनिंग सोसाइटी, नाहन द्वारा एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जैव विविधता के संरक्षण और उसके महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई।
सोसाइटी के सचिव वीरेंद्र कपूर ने अपने वक्तव्य में कहा कि “जैव विविधता हमारे पर्यावरण का मूल स्तंभ है। यह न केवल पृथ्वी पर सभी जीवों और पौधों की विविधता को बनाए रखती है, बल्कि पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और जलवायु स्थिरता में भी अहम भूमिका निभाती है।”

बैठक में यह चिंता व्यक्त की गई कि वर्तमान समय में जैव विविधता गंभीर संकट का सामना कर रही है। इसके प्रमुख कारणों में प्राकृतिक आवास का विनाश, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक शोषण और आक्रामक प्रजातियों का बढ़ता प्रभाव शामिल हैं। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि जैव विविधता का संरक्षण केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम में बच्चों और युवाओं को विशेष रूप से जागरूक करने पर बल दिया गया। कपूर ने कहा, “हमें बच्चों और युवाओं को शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से जैव विविधता के महत्व को समझाना होगा, ताकि वे इसके संरक्षण के प्रति जिम्मेदार बन सकें।”
हिमालयन अवेकनिंग सोसाइटी के इस प्रयास की स्थानीय समुदाय द्वारा सराहना की गई, और उम्मीद जताई गई कि ऐसे आयोजन भविष्य में भी लगातार आयोजित किए जाएंगे, ताकि जैव विविधता संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुँचाया जा सके।