शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ ने सरकार से कर्मचारियों और मजदूरों की समस्याओं को तुरंत हल करने की मांग की है। महासंघ ने HPTDC कर्मचारियों के रुके हुए वेतन, पंचायत चौकीदारों से हो रही वसूली और दिहाड़ी मजदूरों की वृद्धि लागू न करने जैसे मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाया है।
महासंघ ने बताया कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) के सैकड़ों कर्मचारियों को अगस्त महीने का वेतन अभी तक नहीं मिला है। इस वजह से कर्मचारी गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और अपने परिवारों का भरण-पोषण करने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। महासंघ के अनुसार, वेतन के बिना कर्मचारियों का मनोबल और कार्यक्षमता दोनों प्रभावित हो रही है।

इसके साथ ही, महासंघ ने पंचायत चौकीदारों से प्रतिदिन 25 रुपये की दर से की जा रही कटौती को “अन्यायपूर्ण और अमानवीय” बताते हुए इसे तत्काल रोकने की मांग की है। उनका कहना है कि चौकीदार पहले से ही न्यूनतम वेतन पर काम कर रहे हैं और उन पर यह अतिरिक्त बोझ डालना गलत है।
महासंघ ने यह भी याद दिलाया कि सरकार ने बजट में दिहाड़ी मजदूरों की दिहाड़ी बढ़ाने की घोषणा की थी, जिसे अभी तक लागू नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि यह वृद्धि लाखों मजदूरों और उनके परिवारों की जरूरतों के लिए महत्वपूर्ण है और इसे लागू न करना मजदूर वर्ग के साथ एक तरह का विश्वासघात है। महासंघ ने सरकार से अपील करते हैं कि वे इन मांगों को शीघ्र मानकर कर्मचारियों और मजदूरों की समस्याओं का समाधान करें।
महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार, महासचिव उमेश कुमार, चमन लाल कलवान, गौतम दुलता, सुशील शर्मा, जगदीश राणा और नरेश शर्मा ने सरकार से अपील की है कि इन मांगों पर जल्द से जल्द ध्यान दिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने वेतन जारी नहीं किया, चौकीदारों से रिकवरी बंद नहीं की और दिहाड़ी में वृद्धि लागू नहीं की, तो संगठन प्रदेश भर में ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज कराएगा।