नाहन : हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की बस नंबर एचपी 18बी 4692 चंडीगढ़-संगड़ाह-हरिपुरधार बस में एक यात्री की मौत के बाद उसका शव रातभर बस में पड़ा रहा। इसके बाद बस ने अगले दिन 64 किलोमीटर तक सफर किया, लेकिन चालक और परिचालक को मृत यात्री की मौजूदगी का पता नहीं चला।
मंगलवार शाम 45 वर्षीय रमेश चंद, ददाहू से अपने गांव डाडा खलोर के लिए HRTC बस में सवार हुए। यात्रा के दौरान बस में ही उनकी मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में मौत का कारण ठंड और शराब का सेवन माना जा रहा है।
बस का रात्रि ठहराव अंधेरी में होता है, जो संगड़ाह से 5 किलोमीटर दूर है। रात को चालक और परिचालक बस खड़ी कर सोने चले गए, जबकि रमेश चंद का शव पिछली सीट पर पड़ा रहा। सुबह भी किसी ने ध्यान नहीं दिया, और बस ने ददाहू लौटने के लिए यात्रा शुरू कर दी। बुधवार सुबह जब बस ददाहू पहुंची, तब परिचालक को रमेश चंद का शव दिखा।
घटना की सूचना मिलते ही रेणुका जी थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। चालक और परिचालक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। जांच में पता चला कि परिचालक सुबह शराब के नशे में था। उसका मेडिकल परीक्षण भी करवाया गया है।
ग्रामीणों के अनुसार, रमेश चंद मजदूरी का काम करके घर लौट रहे थे। उनके साथी ने उन्हें शराब के नशे और ठंड से बचाने के लिए बस में चढ़ा दिया था। लेकिन, बस में ही उनकी हालत बिगड़ गई और मौत हो गई।
परिवहन निगम के नाहन बस अड्डा प्रभारी ने कहा कि इस रूट पर एक दूसरी बस भेजी गई है। डीएसपी संगड़ाह मुकेश डडवाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की गहन छानबीन जारी है।
मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी संगड़ाह मुकेश डडवाल ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की छानबीन जारी है और परिचालक की मेडिकल जांच भी करवाई जा रही है।