श्री रेणुका जी: बीते कुछ समय से रेणुका सेवा समिति के लोगों द्वारा वन्य प्राणी विभाग के साथ मिलकर झील उसके आसपास वा परिक्रमा मार्ग पर सफाई का कार्य किया जा रहा था लेकिन पिछले कुछ दिनों से विभाग ने समिति के लोगों पर यहां किसी भी तरह का कार्य करने पर रोक लगा दी थी जिसको लेकर शनिवार को रेणुका सेवा समिति के आवाहन पर रेणुका जी तीर्थ में सैकड़ो लोग जूटे उनका कहना था कि ना तो विभाग खुद झील के रखरखाव पर ध्यान दे रहा है और ना ही समिति को कार्य करने दिया जा रहा है जिसके चलते झील का अस्तित्व खतरे में पढ़ता जा रहा है।
रेणुका समिति के बैनर तले लोगों ने वन्य प्राणी विभाग कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए आने वाले समय में इस आंदोलन को और अधिक तेज करने की चेतावनी दी। इसके पश्चात उन्होंने रेणुका जी तीर्थ से लेकर ददाहू बाजार से होते हुए तहसील कार्यालय तक रैली निकाली और तहसीलदार को ज्ञापन सोपा। उधर इस मामले में वाइल्ड लाइफ विभाग शिमला के एसीएफ विनोद रांटा ने कहा कि कुछ समय पहले मानव निर्मित कचरे को एकत्रित करने के लिए विभाग ने कुछ लोगों को जोड़ा था। चूंकि वाइल्ड लाइफ के साथ-साथ यह सेंचुरी एरिया होने के अलावा रामसर साइट भी है, जिसके अपने कुछ नियम है और उन्हीं नियमों के तहत यहां पर कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जहां तक स्थानीय लोगों की झील को लेकर कुछ मांगे है, उन्हें विभाग के उच्चाधिकारियों के समक्ष उठाया जाएगा।