ऊना: उपायुक्त जतिन लाल ने ऊना जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए सभी के समन्वित प्रयासों पर बल दिया है। उन्होंने पुलिस, चिकित्सा, शिक्षा और समाज कल्याण समेत संबंधित विभागों को बेहतर तालमेल के साथ जिले में सघन जागरूकता शिविर लगाने और गहन निरीक्षण अभियान चलाने को कहा।
उन्होंने जिले में निगरानी बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि नशीली दवाओं के तस्करों पर कड़ी नजर रखें ताकि वे किसी सूरत में बचने न पाएं। उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई हो। उपायुक्त राष्ट्रीय नार्काे समन्वय पोर्टल (एनकॉर्ड) के तहत बनी जिलास्तरीय समन्वय समिति की शुक्रवार को बचत भवन ऊना में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस(एनडीपीएस) अधिनियम के तहत अपराधियों की गिरफ्तारियों समेत इससे जुड़े विविध पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई ।
जतिन लाल ने जिले को ड्रग फ्री बनाने की दृष्टि से पुलिस से सीमावर्ती क्षेत्रों में अधिक चौकसी बरतने और सही तालमेल के साथ कार्य करने को कहा । इन इलाकों में अवैध गतिविधियों की रोकथाम को लेकर कार्य करें। इसके अलावा उन्होंने जिला थानों के साथ लगते नजदीकी दूसरे जिलों के थानों के साथ भी अच्छे तालमेल पर ध्यान देने को कहा ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को तुरंत रोका जा सके।
उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को जिले में जागरूकता शिविरों के आयोजन के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाने को कहा। उन्होेंने स्कूलों के प्रधानाचार्यों, छात्रों व पर्यटन क्षेत्र से संबंधित सभी हितधारकों की भागीदारी के साथ नशीली दवाओं की लत के बारे में युवाओं के लिए एक संवेदीकरण कार्यक्रम की योजना बनाने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए स्कूल, काॅलेज के साथ-साथ पंचायत स्तर पर भी विभिन्न खेल गतिविधियां आयोजित कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहकर स्वस्थ जीवन के लिए प्रेरणा देंगी। उनकी ऊर्जा को सही दिशा मिलेगी। उन्होेंने नशे के दुष्प्रभवों को लेकर जन जागरूकता शिविरों के आयोजन को भी कहा।
बैठक में एएसपी संजीव भाटिया, एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चैहान, एसडीएम अम्ब विवेक महाजन, उप निदेशक कृषि कुलभूषण धीमान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।