सिरमौर में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 4 हजार 128 महिलाएं लाभान्वित

नाहन : हमारे समाज में नारी को आदिकाल से ही विशिष्ट स्थान प्राप्त है और आज के समय में महिलाएं विकास की बयार में बराबर की भागीदार है। सरकार महिला सशक्तिकरण को विशेष अधिमान दे रही है, जिसके परिणामस्वरूप महिला सशक्तिकरण में हिमाचल प्रदेश सर्वश्रेष्ठ राज्य बनकर उभरा है।

प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए आरंभ की गई इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना हिमाचल प्रदेश की महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत 18 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह प्रदान किए जा रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में जिला कल्याण कार्यालय के माध्यम से इस योजना को सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है। जिला सिरमौर में अब तक 4 हजार 128 प्राप्त आवेदन पत्र स्वीकृत किए गए हैं।

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जिले में अब तक 4 हजार 128 महिलाओं को 1500 रुपए की राशि प्रदान कर लाभान्वित किया जा चुका है और इन्हें तीन माह की एक मुश्त किश्त दी जा चुकी है, जिस पर अब तक 1 करोड़ 85 लाख 76 हजार रुपए व्यय किए जा चुके हैं।

जिले के नाहन तहसील में 770 पात्र महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना का लाभ मिल चुका है, जबकि पांवटा साहिब में 1595 महिलाओं, पच्छाद में 196 महिलाओं, शिलाई में 844 महिलाओं को, श्री रेणुकाजी में 468 महिलाओं और राजगढ़ में 255 पात्र महिलाओं को लाभान्वित किया गया है।

इस योजना के तहत अब तक नाहन में 34 लाख 65 हजार रूपए की राशि व्यय की जा चुकी है व पांवटा साहिब में 71 लाख 77 हजार 500 रुपए, पच्छाद में 8 लाख 82 हजार रुपए, शिलाई में 37 लाख 98 हजार रुपए, श्री रेणुकाजी में 21 लाख 6 हजार रुपए और राजगढ़ में 11 लाख 47 हजार 500 रुपए पात्र महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए व्यय किए जा चुके हैं।

महिलाओं को सशक्त करने के प्रयास में हिमाचल प्रदेश की इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसके माध्यम से प्रदेश सरकार महिलाओं को सशक्त कर, स्वस्थ समाज का निर्माण कर रही है।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।