नाहन, 9 दिसम्बर- उद्योग, संसदीय मामले, श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्धन सिंह चैहान ने आज हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की खरीद व विपणन सहायता योजना के अंतर्गत नाहन चौगान में आयोजित तीन दिवसीय हिमाचल प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रदर्शनी 2024 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने मेले में विभिन्न सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया।
उद्योग मंत्री ने कहा कि यह व्यापार मेला राज्य का पहला ऐसा मेला है और इस प्रदर्शनी से लघु एवं मध्यम उद्योंगों को बढ़ावा मिलेगा। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश समृद्ध शिल्पकला, कृषि, बागवानी, हथकरघा व हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है और आज इस मेले के माध्यम से अपने उत्पादों और नवाचारों को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने का एक असाधारण अवसर प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि नाहन अपनी रणनीतिक स्थिति और बढ़ती हुई बुनियादी ढ़ांचा के कारण इस आयोजन के लिए एक आदर्श स्थल है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रदर्शनी पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का एक उत्प्रेरक का काम करेगी। इससे क्षेत्रीय विकास को बढावा मिलेगा और स्थानीय प्रतिभा और नवाचार को प्रदर्शित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में एमएसएमइ का अत्याधिक महत्वपूर्ण योगदान है जो छोटे और मध्यम उद्योग हमारे आर्थिक विकास, रोजगर सृजन और नवाचार के मूल आधार है और उनके द्वारा इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अपना पूरा समर्थन प्रदान किया है ताकि यह आयोजन हमारे स्थानीय व्यवसायों और उद्यमियों को लिए एक परिवर्तनकारी अनुभव साबित हो सके।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार अपनी औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहनों के पैकेज की नियमित रूप से समीक्षा कर रही है ताकि वर्तमान आर्थिक परिदृश्य के साथ सामंजस्य स्थापित करने के साथ-साथ केन्द्र सरकार द्वारा की गई पहल मेक इन इंडिया, ईजी आॅफ डूईंग बिजनैस, स्टार्ट अप इंटरप्राईज, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना कौशल विकास को प्रोत्साहन तथा प्रदेश में औद्योगिक एवं सेवा उपक्रमों के विकास के लिए आवश्यक अधोसंरचना का सुदृढ़ीकरण आदि के साथ गति बनाई रखी जा सके। उन्होंने कहा कि हम संभव प्रयासरत है कि राज्य के औद्योगिक विकास में तेजी आए ताकि आगामी वर्षो में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में औद्योगिक क्षेत्र के योगदान में वृद्धि हो।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियां है। हमारी सरकार स्वच्छ और पर्यावरण मित्र उद्योगों को ही प्रोत्साहन दे रही है। हम सौहार्दपूर्ण औद्योगिक संबंध प्रशासन में पूर्ण पारदर्शिता, कर्मचारियों तक आसान पहूंच, भरोसेमंद एवं सस्ती ऊर्जा, ईमानदार और मेहनतकश कार्यबल सुनिश्चित बना रहे है तथा मध्यम एवं बड़े स्तर की परियोजनाओं की एक ही स्थान पर शीघ्र स्वीकृति के लिए एकल खिड़की प्रणाली का प्रावधान किया गया है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि पूर्व में भारत सरकार द्वारा दिए गए औद्योगिक पैकेज से प्रदेश में औद्योगिक विकास को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिला है। इस पैकेज को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार से मामला उठाया है और हमें विश्वास है कि हमारी इस मांग पर केंद्र सरकार का रूख अवश्य ही सकारात्मक होगा। उन्होंने एमएसएमइ मंत्रालय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके अमूल्य समर्थन के कारण हिमाचल प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रदर्शनी 2024 एक वास्तविकता बन सका। उनका छोटे और मध्यम व्यवसायों को सशक्त बनाने का प्रयास भारत में उद्यमिता के परिदृश्य को बदल रहा है।
इससे पूर्व डा0 जितेन्द्र कुमार उप सचिव ने मुख्य अतिथि को शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
उपाध्यक्ष, हि0 प्र0 विधानसभा विनय कुमार, नाहन के विधायक अजय सोलंकी ने भी इस समारोह में उपस्थित रहे जिनकों डा0 जितेन्द्र द्वारा शाल व टोपी भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर एमएसएमई के उप सचिव जितेन्द्र कुमार, सहायक निदेशक ए.के. गौतम, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल आर वर्मा, उप मंडल अधिकारी राजीव सांख्यान, तहसीलदार चेतन चैहान अनिल कुमार सौंखला, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र साक्षी सत्ती,सदस्य सचिव रचित शर्मा तथा हिमाचल चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सतीश गोयल उपस्थित के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।