नाहन : शनिवार शाम को नाहन क्षेत्र में बाल श्रम के खिलाफ एक विशेष संयुक्त अभियान चलाया गया। यह पैन इंडिया रेस्क्यू ड्राइव चाइल्ड हेल्पलाइन सिरमौर, जिला बाल संरक्षण इकाई (डीसीपीयू), श्रम विभाग, बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) और पुलिस विभाग नाहन द्वारा मिलकर चलाई गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य दुकानों और ढाबों में कार्यरत बालकों की पहचान कर उन्हें श्रम से मुक्त कराना, बाल श्रम को रोकना और यह सुनिश्चित करना था कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
अभियान के दौरान अधिकारियों की टीम ने नाहन के विभिन्न क्षेत्रों में दुकानों, ढाबों और अन्य वाणिज्यिक स्थलों का निरीक्षण किया। इस मौके पर दुकानदारों और ढाबा संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे किसी भी प्रकार से अल्पायु बच्चों से कार्य न कराएं। यह न केवल उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए हानिकारक है, बल्कि यह बच्चों के शिक्षा के अधिकार का भी उल्लंघन है। बाल श्रम निवारण कानूनों की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने यह भी बताया कि नियमों के उल्लंघन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

इस संयुक्त रेस्क्यू ड्राइव में चाइल्ड हेल्पलाइन सिरमौर की ओर से समन्वयक इशु ठाकुर और काउंसलर नीलम शर्मा, श्रम विभाग की ओर से निरीक्षक विवेक नेगी, बाल कल्याण समिति से अध्यक्ष रजनीशा और सदस्य विनम्रता, डीसीपीयू सिरमौर से आउटरीच वर्कर कुलदीप और पुलिस विभाग नाहन से वीना उपस्थित रहीं। सभी अधिकारियों ने मिलकर दुकानदारों को जागरूक किया और बच्चों के अधिकारों की रक्षा को लेकर संवाद भी किया।
अभियान के माध्यम से समाज को यह संदेश दिया गया कि हर बच्चे को शिक्षा पाने का हक है और उसे किसी भी प्रकार की मज़दूरी से मुक्त रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। अधिकारियों ने आम नागरिकों से भी अपील की कि यदि कहीं भी बाल श्रम या बच्चों के शोषण का मामला सामने आए, तो तुरंत चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचना दें।
अधिकारियों ने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में इस तरह की और भी रेस्क्यू ड्राइव चलाई जाएंगी और नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।