नाहन: सिरमौर जिला के नाहन की खुशनुमा को उनकी असाधारण उपलब्धियों और समाज के प्रति योगदान के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित “नारी तू नारायणी” कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सम्मानित किया। यह सम्मान महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों को मान्यता देने के उद्देश्य से दिया जाता है।
नाहन के वार्ड नंबर 2, मोहल्ला बगीची निवासी खुशनुमा, 46 वर्ष की अविवाहित महिला, ने अपने परिवार और समुदाय के लिए अद्वितीय कार्य किए हैं। उनके संघर्ष और समर्पण की कहानी हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।
खुशनुमा ने सीमित संसाधनों के बावजूद अपनी पढ़ाई पूरी की और स्वयं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाया। परिवार की एकमात्र कमाने वाली सदस्य होने के नाते, उन्होंने अपने बीमार पिता और बहनों की जिम्मेदारियां संभालीं। उन्होंने न केवल अपनी दोनों बहनों की शादी कराई बल्कि अपनी बहन के बेटे की परवरिश और शिक्षा का जिम्मा भी उठाया।
खुशनुमा DAY-NULM (राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन) के तहत एक सामुदायिक संसाधन व्यक्ति (CRP) के रूप में काम कर रही हैं। उनके प्रयासों से 120 महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) और 5 क्षेत्र स्तरीय संघ बनाए गए। वह महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता दिलाने के लिए वित्तीय समावेशन, उद्यमिता विकास, और ब्रांडिंग जैसे क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।
खुशनुमा का काम केवल आर्थिक सुधार तक सीमित नहीं है; उन्होंने सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वच्छता रैलियों और अन्य सामुदायिक गतिविधियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री ने खुशनुमा की तारीफ करते हुए कहा, “खुशनुमा जैसी महिलाएं समाज में बदलाव की प्रतीक हैं। उनका संघर्ष और योगदान अन्य महिलाओं को प्रेरित करेगा।”
‘नारी तू नारायणी’ पुरस्कार ने खुशनुमा के संघर्ष और सफलता को पहचान दिलाई है। यह न केवल उनके लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे सिरमौर जिले के लिए एक प्रेरणा है। खुशनुमा की कहानी यह साबित करती है कि कठिन परिस्थितियों में भी अगर हौसला और मेहनत हो, तो हर चुनौती का सामना किया जा सकता है।
खुशनुमा ने अपने इस सम्मान को अपने परिवार और समुदाय को समर्पित करते हुए कहा, “यह पुरस्कार मेरे लिए एक नई ऊर्जा है। मैं आगे भी महिलाओं के सशक्तिकरण और समाज की भलाई के लिए काम करती रहूंगी।”