नाहन : हिमाचल प्रदेश में मिड डे मील योजना के बाद अब मुख्यमंत्री बाल पौष्टिक आहार योजना की शुरुआत हो गई है, जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान करना है। इस योजना के तहत बच्चों को फल और उबले अंडे आहार के रूप में वितरित किए जा रहे हैं। आज जिला मुख्यालय नाहन के सबसे पुराने स्कूल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शमशेर नाहन में इस योजना का विधिवत शुभारंभ किया गया।
प्रधानाचार्य राजकुमार ने बताया कि इस योजना के तहत सप्ताह में एक बार नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के छात्रों को उनकी इच्छानुसार उबले अंडे या फल दिए जाएंगे। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों के पोषण स्तर को सुधारना और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद करना है। शमशेर स्कूल में भी अब यह योजना शुरू हो गई है, जिससे बच्चों को नियमित रूप से पौष्टिक आहार मिलेगा।
गौरतलब है कि इस योजना की शुरुआत प्रदेश में 17 अगस्त 2024 को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा हमीरपुर जिले से की गई थी। इसका मुख्य मकसद स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण स्तर को सुधारना है ताकि वे शारीरिक और मानसिक रूप से बेहतर ढंग से विकसित हो सकें।
इस योजना के तहत हर सप्ताह बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में फल या उबले अंडे दिए जाएंगे, जो उनके शारीरिक विकास और समग्र स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होंगे।