लॉरेंस स्कूल सनावर में हुआ शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का भव्य आयोजन 

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By Hills Post

सोलन: राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के क्रियान्वयन के लिए लॉरेंस स्कूल, सनावर ने शिक्षकों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए स्कूल में सी.बी.एस.ई. क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया। इस महीने तीन चरणों में आयोजित इन कार्यशालाओं में  कक्षा प्रबंधन, अनुभवात्मक शिक्षा और लिंग संवेदनशीलता पर चर्चा हुई, जिसमें 130 से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया। 

पहला सत्र, 4 से 5 मार्च, 2025 तक आयोजित किया गया, जो कक्षा प्रबंधन पर केंद्रित था। विभिन्न संस्थानों के साठ से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया, जिनका नेतृत्व विशेषज्ञ प्रशिक्षकों नीतू झट्टा और संगीता ने किया। प्रशिक्षकों ने कक्षा में सकारात्मक  वातावरण बनाए रखने के लिए व्यावहारिक उपाय साझा किया तथा इस विषय पर भी प्रकाश डाला की कैसे विद्यार्थियों में अध्ययन के प्रति अभिरुचि पैदा की जा सकती है ।

अनुभवात्मक शिक्षण पर दूसरा प्रशिक्षण कार्यक्रम 8 और 9 मार्च, 2025 को हुआ, जिसमें कोल्बे के अनुभवात्मक शिक्षण मॉडल पर ध्यान केंद्रित किया गया। गोशा लिबरहान और राम कुमार शर्मा के नेतृत्व में, कार्यशाला में सत्तर से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। शिक्षकों ने  महान शिक्षाविद कोल्बे के अनुभवात्मक शिक्षण के चार प्रमुख पहलुओं नामतः ठोस अनुभव, चिंतनशील अवलोकन, अमूर्त अवधारणा और सक्रिय प्रयोग पर गहन विचार विमर्श किया।   कार्यशाला में इंटरैक्टिव चर्चा, समूह गतिविधियाँ, चार्ट-मेकिंग और प्रस्तुतियाँ शामिल थीं, जिनका उद्देश्य प्रतिभागियों की समझ को गहरा करना था। 

विषय विशेषज्ञ वेगा शर्मा और मनु तंवर रोहिल द्वारा लिंग संवेदनशीलता पर आयोजित तीसरा प्रशिक्षण सत्र 21 मार्च, 2025 को हुआ, जिसमें 60 से अधिक प्रतिभागियों ने लिंग भूमिकाओं, लिंग संबंधों, लिंग अंतर, लिंग भेदभाव आदि जैसे विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया। वास्तविक जीवन के किस्से साझा करते हुए, उत्साही प्रतिभागियों ने स्कूलों में लिंग भेदभाव को समाप्त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

कार्यशाला के प्रशिकक्षों ने सत्र को अपने अनुभव से पूरी तरह आकर्षक और व्यावहारिक बनाये बनाया।  शिक्षकों ने समूह अभ्यास में सक्रिय रूप से भाग लिया और अपने शिक्षण अभ्यासों में अनुभवात्मक शिक्षण तकनीकों को एकीकृत करने के तरीके पर नवीन विचारों का आदान-प्रदान किया। इन कार्यशालाओं के आयोजन की सफलता पर  प्रसन्नता व्यक्त करते हुए लॉरेंस स्कूल, सनावर के प्रधानाध्यापक हिम्मत सिंह ढिल्लों ने कहा, “हमारा 139 एकड़ का परिसर अपने आप में  एक जीवंत पाठ्यक्रम है और हम सभी शैक्षणिक मुद्दों और विधियों पर प्रशिक्षण के माध्यम से अपने शिक्षकों को सशक्त बनाकर इसे सर्वश्रेष्ठ अनुभवात्मक शिक्षण प्रयोगशाला बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम से अध्ययन -अध्यापन की प्रक्रिया को भविष्य में एक नया आयाम मिलेगा जो हमारे छात्रों को इक्कीसवी सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करेगा।”

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