Demo

Hills Post

लॉरेंस स्कूल, सनावर को  “भारत का सर्वश्रेष्ठ विंटेज को-एड बोर्डिंग स्कूल” का खिताब मिला

सोलन:  लॉरेंस स्कूल सनावर को सम्पूर्ण भारत और हिमाचल प्रदेश राज्य, दोनों में ही एजुकेशनवर्ल्ड द्वारा विंटेज को-एड बोर्डिंग स्कूल श्रेणी में प्रथम स्थान दिया गया है। एजुकेशनवर्ल्ड ने शुक्रवार को वर्ष 2024-25 के लिए अपनी इंडिया-स्कूल रैंकिंग (EWISR) की घोषणा की। EWISR 2024-25, देश भर में स्कूली शिक्षा के 8,500 से अधिक जानकारों तथा  फील्ड साक्षात्कारों पर आधारित दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे गहन स्कूल रेटिंग और रैंकिंग सर्वेक्षण है। 18 अक्टूबर, 2024 को गुड़गांव के लीला एंबियंस होटल में आयोजित पुरस्कार समारोह के दौरान स्कूल की ओर से हेडमास्टर हिम्मत सिंह ढिल्लों ने पुरस्कार प्राप्त किया। इस समारोह में भारतीय स्कूली शिक्षाविदों की सबसे बड़ी वार्षिक सभा हुई, जिसे प्रिंट और टेलीविजन मीडिया ने व्यापक रूप से कवर किया।

Indias Best Vintage Co ed Boarding Schoo

इस सम्मान पर खुशी जाहिर करते हुए स्कूल के हेडमास्टर हिम्मत सिंह ढिल्लों ने कहा, “हम सनावर की समृद्ध विरासत को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं क्योंकि इस सम्मान ने सनावर की टीम को और भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। यह सम्मान एक बार फिर शिक्षा की दुनिया में हमारे विजन, मिशन और उपलब्धियों की जोरदार पुष्टि है। मैं इस सम्मान के लिए एजुकेशन वर्ल्ड को धन्यवाद देना चाहता हूं और सनावर में अपनी टीम के हर सदस्य को हार्दिक बधाई देता हूं।”

अक्टूबर के पहले सप्ताह  में अपनी स्थापना के 177वें वर्ष का जश्न मना चुके सनावर स्कूल को मिली इस  मान्यता और पहचान से समूचे सनावर स्कूल में हर्ष और उल्लास की लहर फैल गई है । 1847 में स्थापित, लॉरेंस स्कूल सनावर यकीनन दुनिया का सबसे पुराना सह-शिक्षा आवासीय विद्यालय हैऔर अपनी स्थापना के पश्चात से गत एक सौ सतहत्तर वर्षों में इसने शिक्षा जगत में अविस्मरणीय योगदान दिया है। 

पुरस्कार और प्रशंसा स्कूल की 175 साल की शानदार यात्रा का अभिन्न अंग रहे हैं। 1853 में अपनी स्थापना के तुरंत बाद, यह स्कूल दुनिया का पहला और केवल छह स्कूलों और कॉलेजों में से एक बन गया, जिसे किंग्स कलर्स से सम्मानित किया गया और सबसे लंबे समय तक लगातार कलर्स को धारण करने का गौरव प्राप्त हुआ।  स्कूल ने अपनी स्वतंत्रता के बाद से शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अग्रणी स्थिति को बनाए रखा है और इसके योगदान को कई पुरस्कारों और प्रशंसाओं से मान्यता मिली है। स्कूल को हाल ही में क्रमशः सितंबर और अक्टूबर के महीनों में ‘द प्रोग्रेसिव रीडिंग स्कूल अवार्ड’ और ‘सहयोगी उत्कृष्टता पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।