सोलन कॉलेज में मीडिया कार्यशाला, लेखन व संपादन पत्रकारिता के दो मुख्य आधार: कपूर

सोलन: पी.जी. कॉलेज सोलन में आज एक मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की ओर से किया गया। मीडिया कार्यशाला में वरिष्ठ पत्रकार यशपाल कपूर व वरिष्ठ पत्रकार संजीव अवस्थी ने अपने अनुभव साझा किया। साथ ही पत्रकारिता की व्यवहारिक जानकारी दी।

मीडिया कार्यशाला

इस अवसर पर बोलते हुए यशपाल कपूर ने प्रिंट मीडिया तथा समाचार लेखन से जुड़े विभिन्न पहलुओं से पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि समाचार लेखन व संपादन पत्रकारिता के दो मुख्य आधार हैं। यह युग सूचना का युग है। इसलिए आज की दुनिया में समाचार मानव जीवन की अनिवार्य आवश्यकता बन चुका है। ऐसे में हमारा दायित्व कई गुणा बढ़ जाता है।  रिपोर्टर में घटनाओं के विवरणों को अभिव्यक्त करने की क्षमता होनी चाहिए। लेखन का गोल्डन रूल यह है कि समाचार में जानकारी अधूरी नही होनी चाहिए।  समाचार पत्र शब्दों का कारोबार है। एक तरह से यह मिशन होते हुए भी, विशेष रूप से वर्तमान प्रतियोगी समय में एक व्यवसाय का रूप लेता जा रहा है।

solan media workshop

ऑनलाइन मीडिया के जानकार वरिष्ठ पत्रकार संजीव अवस्थी ने छात्रों को वर्तमान समय में ऑनलाइन मीडिया तथा सोशल मीडिया के बढ़ते चलन इसके दुष्प्रभाव लाभ तथा हानियां के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आज के इस प्रतियोगी युग में जो भी सूचना आप तक पहुंच रही है, पहले उसके फैक्ट को वैरिफाई करें तभी उसे आगे भेजें। इसमें थोड़ा सब्र बरतें। उन्होंने कहा कि पत्रकार को हर परिस्थिति में एक बेलेंस एपरोच रखनी चाहिए।

ऑनलाइन पत्रकारिता में भी हमारा उपभोक्ता नया कंटेंट पसंद करता है। इसलिए खोजी पत्राकारिता जरूरी है। पत्रकार को भी नया जानने की उत्सुकता होनी चाहिए। पत्रकारिता में महत्वपूर्ण है समय, समय की कद्र करोगे, तो समय आपकी कद्र करेगा। उन्होंने कहा कि पत्रकार को एक्टिव होना चाहिए और अपने को सेफ कर रिपोर्टिंग करनी चाहिए।

पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक डॉक्टर मुकेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस मीडिया कार्यशाला से पत्रकारिता के विद्यार्थियों को निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा और  वरिष्ठ पत्रकारों के अनुभव से उनका ज्ञानवर्धन होगा। पीजी कॉलेज सोलन की प्रिंसिपल डॉ रीता शर्मा ने पत्रकारिता तथा जनसंचार विभाग को बधाई देते हुए कहा कि छात्रों के संपूर्ण व्यक्तिगत विकास के लिए इस तरह की कार्यशाला का आयोजन आवश्यक है। उन्होंने ऐसी कार्यशालाओं को भविष्य में भी जारी रखने की सलाह दी।