मंडी, 17 जनवरी। हिमाचल सरकार के जन कल्याण को समर्पित नए कार्यक्रम सरकार गांव के द्वार का बुधवार को मंडी जिले के बल्ह क्षेत्र से आगाज हुआ। आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादविन्दर गोमा ने बल्ह विधानसभा की ग्राम पंचायत छातड़ू में आयोजित पहले चरण के प्रथम कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में छातड़ू, कुम्मी, नलसर, सकरोहा, भड़याल, खांदला, कैहड़, रिगड़, लोहारा, स्यांह और गोड़ा गागल ग्राम पंचायतें शामिल की गई थीं। गोमा ने इस दौरान लोगों की समस्याओं को सुना और उनके निपटारे के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने इस अवसर पर छातड़ू में आयुष डिस्पेंसरी खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि लोगों को उनके घर द्वार पर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। यादविन्दर गोमा ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश के लोगों की सारी उम्मीदों और आशाओं को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि गांव-गरीब की सेवा ही सरकार का परम ध्येय है। उन्होंने अधिकारियों से पात्र लोगों को योजनाओं का फायदा पहुंचाने का निर्देश दिया।
उन्होंने प्रदेश सरकार की एक वर्ष की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि प्रदेश सरकार ने सत्ता में आते ही प्रदेश के कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लागु की। आपदा से निपटने के लिए 4500 करोड़ का आपदा पैकेज जारी किया। अनाथ बच्चों केे लिए सुख-आश्रय योजना शुरू कर 4000 अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट के रूप में अपनाया। बेरोजगारा युवाओं के लिए 680 करोड़ रुपये से राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना शुरू की। गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र राजीव गांधी गवर्नमेंट मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने का निर्णय लिया। पहले चरण में प्रदेश में 18 स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं। साथ ही सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में इंग्लिश मीडियम आरम्भ करने का निर्णय लिया है। व्यवसायिक शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपये तक ऋण देने का निर्णय लिया। पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए। विधवा पुर्नविवाह के लिए राशि 2 लाख रुपये की गई।