नाहन : कच्चा टैंक निवासी विकास चौहान को हाल ही में एक संदिग्ध कॉल आई, जिसमें उनके मोबाइल नंबर के माध्यम से पोर्नोग्राफी और धमकी भरे संदेश भेजने का आरोप लगाया गया। कॉलर ने खुद को दीपक शर्मा बताया और दावा किया कि नासिक पुलिस ने उनके खिलाफ 21 एफआईआर दर्ज की हैं। कॉलर ने चेतावनी दी कि अगर विकास ने आरोपों को खारिज करने के लिए सबूत नहीं दिया, तो उनकी मोबाइल सेवाएं 2 घंटे में बंद हो जाएंगी।
कॉलर जिसने अपना नाम दीपक शर्मा बताया, ने नासिक पुलिस का नाम लेकर विकास पर गंभीर आरोप लगाए और फर्जी एफआईआर नंबर प्रदान किए। उसने दावा किया कि मामला नासिक पुलिस को फॉरवर्ड किया गया है।

कॉलर ने विकास से कहा कि वह वीडियो कॉल के माध्यम से अपनी निर्दोषता साबित करें। व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में दिखाई दिया, जिसने विकास पर झूठे आरोप लगाते हुए डराने का प्रयास किया। कॉलर ने विकास को मनीलॉन्ड्रिंग, पोर्नोग्राफी, और यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर मामलों में फंसाने की धमकी दी। यहां तक कि उनके खिलाफ फर्जी दस्तावेज़ और गिरफ्तारी वारंट भी दिखाए गए और कहा कि अगर उन्होंने किसी को बताया, तो उन्हें 5 लाख रुपये का जुर्माना और 2 साल की जेल हो सकती है।
कॉलर ने विकास को “डिजिटल अरेस्ट” में रखते हुए 2 घंटे तक फोन कॉल और व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए दबाव बनाया। व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर कथित पुलिस अधिकारियों को दिखाया गया, जिन्होंने झूठे दस्तावेज़ और गिरफ्तारी वारंट पेश किए।
हालांकि, कुछ समय के लिए विकास नर्वस हो गए और उन्हें यह डर सताने लगा कि उनका सिम बंद हो सकता है या किसी ने उनके सिम का दुरुपयोग कर लिया है। लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और स्थिति का ठंडे दिमाग से सामना किया। उन्होंने इस घटना की जानकारी अपने भाई को दी। उनके भाई ने तुरंत समझ लिया कि यह एक फर्जी कॉल है। विकास की सतर्कता के कारण वह किसी भी वित्तीय नुकसान से बच गए। विकास ने इस घटना की शिकायत साइबर हेल्पलाइन पर दर्ज कर दी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे किसी झांसे में न आएं और किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज को नजरअंदाज करें।
विकास चौहान की सतर्कता ने एक बड़ी ठगी को रोक दिया। यह घटना एक महत्वपूर्ण सबक है कि कैसे ठग मानसिक दबाव बनाकर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं। सभी नागरिकों से अपील है कि वे सतर्क रहें और ऐसी किसी भी घटना की तुरंत शिकायत करें।