सोलन: वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के दो सदस्य प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी का दौरा किया और दोनों संस्थानों के बीच दोहरे डिग्री कार्यक्रमों और संभावित सहयोग पर चर्चा की। वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी की प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर लिंडा टेलर के साथ नई दिल्ली कार्यालय के एक प्रतिनिधि कोपल भी इस बैठक का हिस्सा रहीं।
नौणी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। नेरी और थुनाग सहित, विश्वविद्यालय के सभी चार घटक कॉलेजों के डीन और सभी वैधानिक अधिकारियों ने इस चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया।
प्रोफेसर चंदेल ने बताया कि इस चर्चा में विभिन्न शैक्षणिक पहलों जैसे 3+1 और 3+1+1 डिग्री कार्यक्रमों के साथ-साथ एम॰एस॰सी॰ और पी॰एच॰डी॰ कार्यक्रमों में दोहरी डिग्री जैसे विषय शामिल थे। इसके अतिरिक्त, फेलोशिप के अवसरों और पात्रता मानदंडों के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। इसके बाद, प्रोफेसर लिंडा टेलर ने स्नातक छात्रों के साथ बातचीत की और दोनों विश्वविद्यालयों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों और उनके लिए फेलोशिप के अवसरों पर प्रकाश डाला।
पिछले वर्ष, दोनों विश्वविद्यालयों ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) के माध्यम से अपनी साझेदारी को औपचारिक रूप दिया, जिसका उद्देश्य संयुक्त रूप से बी॰एस॰सी॰, एम॰एस॰सी॰ और डॉक्टरेट स्तरों पर दोहरी डिग्री कार्यक्रम पेश करना था। ये कार्यक्रम छात्रों की रोजगार क्षमता, कौशल सेट और बागवानी, वानिकी, जैव प्रौद्योगिकी और खाद्य प्रौद्योगिकी जैसे प्रौद्योगिकी-संचालित क्षेत्रों की समझ को समृद्ध करने के लिए तैयार किए गए हैं।
इस साझेदारी में दोनों विश्वविद्यालय सहयोगी अनुसंधान परियोजनाओं; सम्मेलन, संगोष्ठी और व्याख्यान जैसी संयुक्त गतिविधियाँ; संयुक्त प्रकाशन और अन्य शैक्षणिक गतिविधियां; संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रम और संयुक्त पाठ्यक्रम और शैक्षणिक स्टाफ और छात्र के एक्स्चेंज आदि के लिए अवसर तलाशने के लिए मिलकर काम करेंगे।