नाहन : जिला प्रशिक्षण शिक्षा संस्थान(डाईट) द्वारा आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार में पीएम श्री योजना के कार्यान्वयन संबन्धी बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त सिरमौर सुमित खिम्टा ने की। इस अवसर पर बैठक में उपस्थित अधिकारियों, प्रधानाचार्यो, एसएमसी प्रधानों, सीएचटी तथा संबन्धित क्षेत्र के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि पीएम श्री योजना भारत सरकार की एक केन्द्र प्रायोजित योजना है। इस योजना का उददेश्य स्कूलों को बेहतर बनाना और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत चलाना है तथा छात्रों के लिए समावेशी एवं पोषणकारी परिवेश तैयार करना है जिसके तहत प्रत्येक छात्र का कल्याण तथा सुरक्षा को बढ़ावा देना, गुणवत्तापूर्ण बुनियादी अधोसंरचना तथा विविध शिक्षण अनुभव प्रदान करना है।
उन्होंने बताया कि पीएम श्री योजना के तहत सिरमौर जिला के 14 स्कूलों का चयन किया गया है। इन स्कूलों में छात्रों का स्वागत एवं देखभाल की जाएगी तथा उन्हें सुरक्षित और प्रेरक वातावरण में पढ़ाई की सुविधा प्राप्त होगी और इन स्कूलों में छात्रों को सीखने के लिए आवश्यक भौतिक सुविधाएं तथा संसाधन भी उपलब्ध होंगे।
उन्होने बताया कि योजना के तहत जिला के हर खण्ड़ के चिन्हित स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा और इन स्कूलों की आधारभूत संरचना और छात्रों से जुड़ी सुविधाओं को बेहतर कर उन्हें गुणात्मक शिक्षा प्रदान की जा सकें। उन्होंने पीएम श्री योजना के कार्यान्वयन के लिए समितियों का गठन करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में नोड़ल अधिकारी मोनिका ने उपस्थित अधिकारियों, मुख्याध्यापकों, एसएमसी प्रधानों, सीएचटी तथा संबन्धित क्षेत्र के प्रतिनिधियों को पीएम श्री योजना के बारें में अवगत करवाया। इस अवसर पर उनके द्वारा बैठक में एजेण्ड़ा प्रस्तुत किया गया जिसके अनुसार इस योजना के कार्यान्वयन हेतू खण्ड़ स्तरीय समिति का गठन करने, नियमित बैठकों का आयोजन करने तथा मासिक बैठकों में एसएमसी प्रधानों, उप-निदेशक उच्चतर शिक्षा, उप-निदेशक प्रारंभिक शिक्षा, जिला योजना अधिकारी, सभी डीपीओ, बीपीओ और बीईईओ को शामिल करना के अतिरिक्त जिला स्तर पर नोडल अधिकारी की नियुक्ति, पीएम श्री स्कूलों का मासिक दौरा तथा विद्यार्थियों के डिजिलाॅकर और आॅटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रिजस्ट्री आई डी बनाया जाना इत्यादि जैसे सुझाव प्रस्तुत किए गए।
बैठक में डाईट के प्रधानाचार्य हिमांशु भारद्वाज, संबन्धित स्कूलों के प्रधानाचार्य, डीपीओ, बीपीओं और बीईईओं के अलावा संबन्धित स्कूलों के एसएमसी प्रधान और संबन्धित क्षेत्रों के पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।