मंडी , 3 फरवरी: लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता हमारी धरोहर है । इसे बचाकर रखना हम सबका सामूहिक दायित्व है। प्रगति के साथ साथ प्रकृति का ख्याल रखना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां की खूबसूरती की कीमत पर विकास नहीं होना चाहिए। इसके लिए अगर सख्त निर्णय भी लेने पडे़ तो सरकार इससे पीछे नहीं हटेगी। यह बात उन्होंने द्रंग विधानसभा के थलौट और शिवाबदार में 107 करोड़ 30 लाख रुपये की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उदघाटन करने के बाद जनसभाओं को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान सांसद एवं प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी मौजूद रहीं।
विक्रमादित्य ने थलौट में सीआरएफ से ब्यास नदी पर पंजाईथाची-शैट्टाधार-लम्बाथाच सड़क पर बनने वाले 85 मीटर लम्बे पुल का शिलान्यास किया। इस पुल को बनाने पर 14.60 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने थलौट में ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण तीन के अर्न्तगत पनारसा से कोट धलयारा सड़क, पनारसा से सोझा राहड़ी सड़क और नगवांई से पलसेहड़ कठियारी सड़क के स्तरोन्नयन कार्य का भूमि पूजन किया। इन तीन सड़कों पर 60.58 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने नाबार्ड के अर्न्तगत 17.18 करोड़ से निर्मित जवालापुर से पराशर सड़क का उद्घाटन भी किया। लोक निर्माण मंत्री ने शिवाबदार में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण तीन में पंडोह से नागधार तथा नागधार से शिवा सड़क के स्तरोन्नयन कार्य का शिलान्यास किया। इन दोनों सम्पर्क सड़कों पर 15 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में बेहतर वित्तीय प्रबंधन के साथ विकास कार्यों को गति दी जा रही है। प्रदेश सरकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास कर रही है। उन्होंने कहा कि सोलर पावर आने वाले समय में प्रदेश के लिए गेम चेंजर साबित होगी । सुक्खू सरकार इसे लेकर गंभीरता से काम कर ही है। केन्द्र सरकार ने भी बजट में इस तरफ अपने कदम बढाए हैं। इससे जलवायु परिवर्तन के संकट से भी बचाव होगा।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की देन रहे पनारसा कॉलेज के भवन का निर्माण बहुत शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने इस इलाके के विकास कार्याें को आगे ले जाने को अपनी जिम्मेदारी बताया।
विक्रमादित्य सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के उस बयान पर प्रतिउत्तर दिया जिसमें श्री ठाकुर ने उनके कार्यकाल के समय बने भवनों के सफेद हाथी बन कर खंडहरों में तबदील होने की बात की थी। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इन भवनों के निर्माण के लिए अगर श्री जय राम ठाकुर ने समुचित बजट का प्रावधान किया होता तो इनकी आज यह हालत नहीं होती। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यकाल के आखिरी 6 महीनों में बिना बजट के घोषणाएं कीं। इस तरीके की घोषणाएं नहीं की जानी चाहिए। भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए नए संस्थान खुलने चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछली बीजेपी सरकार प्रदेश पर 80 हजार करोड़ रुपये का ऋण छोड कर गई है। अब कांग्रेस सरकार प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रही है। संसाधन जुटाने के लिए कदम उठाए गए हैं। विद्युत परियोजनाओं पर वाटर सैस लगाया गया है।
वहीं, सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि द्रंग क्षेत्र के विकास का सारा श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह को जाता है। उनके कार्यकाल में इस क्षेत्र में जगह जगह स्कूल खोले गए। पंचायतों को सड़कों से जोड़ा गया।
सांसद ने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र के विकास के मामलों को उन्होंने केन्द्र सरकार के समक्ष उठाया है। उन्होंने अपनी सांसद निधि का समान वितरण करके पूरे संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों को गति दी है।
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने उनके विधानसभा क्षेत्र में 107 करोड़ के शिलान्यास और उदघाटन करने के लिए लोक निर्माण मंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह दिन द्रंग विधानसभा के लिए सुनहरा दिन है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए जो भी करना होगा वे उसके लिए तत्परता से जुटे रहेंगे।
इस अवसर पर ब्लाक कांग्रेस कमेटी द्रंग के अध्यक्ष वामन देव ठाकुर, जिला परिषद सदस्य रीता ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य कृष्ण पाल, डॉ. कुलकीर्ति सिंह ठाकुर, मुख्य अभियन्ता लोक निर्माण एनपीएस चौहान, एसडीएम सदर सचिन शर्मा, कार्यकारी एसडीएम बालीचौकी नितेश ठाकुर सहित अन्य अधिकारी तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे।