शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान वीरभद्र सिंह पर की गई कथित टिप्पणी को लेकर विक्रमादित्य सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, मंत्री महोदय को अपनी खलटी में रहने की सलाह दी थी। वन मंत्री ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में विक्रमादित्य सिंह के उस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने सदन में वीरभद्र सिंह का नाम तक नहीं लिया। उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ यह कहा कि आपके जमाने में तो सेब भी ढोए जाते थे स्कूटरों पर |
उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) में विक्रमादित्य के विरुद्ध मामले चल रहे है और वह इस समय जमानत पर हैं ।
राकेश पठानिया ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह की भाषा में राजशाही और परिवारवाद झलक रहा है। पठानिया ने कहा विक्रमादित्य कहते हैं कि हिमाचल प्रदेश के 17 विधानसभा क्षेत्रों में उनके परिवार का राज है, लेकिन उन्होंने कांग्रेस का नाम तक लेना ठीक नहीं समझा।
राकेश पठानिया ने आगे कहा कि विक्रमादित्य उनके छोटे भाई जैसे है, लेकिन इस तरह के बयान बर्दाश्त नहीं किए जा सकते हैं । उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह सभी के लिए सम्मानीय हैं और वे भी उनका सम्मान करते हैं | पठानिया ने कहा कि विधानसभा की रिकॉर्डिंग देखी जा सकती हैं। राकेश पठानिया ने कहा कि जब उनका नाम नही लिया तो विक्रमादित्य सिंह को क्यों परेशानी हो रही है क्यों उन्हें दर्द हो रहा है। वह मुझे खलटी में रहने की सलाह दे रहे हैं और मेरा पुतला फूंका जा रहा है, लेकिन मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं डरने वालों में से नहीं हूं, उन्होंने कहा कि विपक्ष को सदन से वॉकआउट करने की आदत हो गई है। विपक्ष बेवजह ही प्रतिदिन वॉकआउट करता है।