नाहन : नगर परिषद की राजनीति में बड़ा सियासी भूचाल देखने को मिला है। जानकारी के अनुसार, भाजपा समर्थित नगर परिषद के उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता और संध्या अग्रवाल ने अपनी ही पार्टी की अध्यक्षा श्यामा पुंडीर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। इस संबंध में दोनों पार्षदों ने आज दोपहर को उपायुक्त सुमित खिमटा को एक पत्र सौंपा।
“हिल्स पोस्ट” से बातचीत में उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने कहा कि पिछले एक साल से उनके कार्यों में लगातार अड़चनें आ रही थीं और समस्याएं हल नहीं हो पा रही थीं। वहीं, पार्षद संध्या अग्रवाल ने बताया कि उनके वार्ड में एक घर में लगभग 40 कुत्ते पाले हुए हैं, जिससे गली में गुजरना मुश्किल हो गया है और बदबू के कारण लोगों का जीना दूभर हो रहा है। जब चेयरपर्सन इस समस्या का हल नहीं निकाल पा रही हैं तो ऐसे में अन्य कार्यों की उम्मीद करना व्यर्थ है।
उधर, चेयरपर्सन श्यामा पुंडीर ने हिल्स पोस्ट से बातचीत में कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में आज तक किसी भी काम में कोई कोताही नहीं बरती है। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि पार्टी के पार्षदों ने उनके खिलाफ ऐसा कदम क्यों उठाया।
कुत्तों के मुद्दे पर उन्होंने स्पष्ट किया कि वन विभाग से शेल्टर के लिए परमिशन का इंतजार किया जा रहा है, जैसे ही अनुमति मिलेगी, इस समस्या का समाधान किया जाएगा।
गौरतलब है कि नाहन नगर परिषद में कुल 13 पार्षद हैं, जिनमें से 8 भाजपा समर्थित हैं। इनमें से दो पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद भाजपा में आंतरिक मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। हालांकि, इस प्रस्ताव पर कार्रवाई तभी हो सकती है जब इसे बहुमत का समर्थन मिल जाए।
इस घटनाक्रम के बीच कांग्रेस की ओर से भी प्रतिक्रिया आने लगी है। कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद राकेश गर्ग (पपली) ने कहा कि विधायक अजय सोलंकी से इस मामले पर बातचीत की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर परिषद पति-पत्नी के बीच में ही सिमटकर रह गई है और जनहित के कार्य ठप पड़े हैं।
माना जा रहा है कि भाजपा पार्षद श्यामा पुंडीर के पति को मंडल अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही उनकी नियुक्ति की घोषणा हुई, पार्षदों ने तत्काल उपायुक्त को अविश्वास प्रस्ताव सौंप दिया। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस आंतरिक कलह को कैसे सुलझाती है और कांग्रेस इस विवाद का क्या रुख अपनाती है।