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हिमाचल में युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्य

शिमला: हिमाचल में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश के दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावित स्थलों में राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्थिति की 24 घंटे निगरानी कर संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे हैं। प्रदेश में भूस्खलन, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक घटनाओं के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे लोगों के बचाव एवं उन्हें राहत प्रदान करने के लिए समुचित कार्यबल और मशीनरी तैनात की गई है। आपदा प्रबन्धन दलों के साथ-साथ प्रदेश सरकार के अधिकारी और जन प्रतिनिधि फील्ड में उतरकर राहत एवं बचाव कार्य के प्रभावी संचालन में जुटे हैं। 

मंडी ज़िला में भारी बारिश से ब्यास नदी में आए उफान के बीच रविवार देर रात नगवाईं के समीप नदी में फंसे छह लोगों को ज़िला प्रशासन ने बहादुरी भरे बचाव अभियान के जरिए सुरक्षित निकाला। रविवार देर रात करीब दो बजे तक चले इस बचाव अभियान के दौरान मुख्य संसदीय सचिव सुन्दर सिंह ठाकुर और उपायुक्त मंडी अरिन्दम चौधरी खुद मौके पर मौजूद रहे। 10 जुलाई को जिला प्रशासन मंडी ने ब्यास और अन्य सहायक नदियों में बाढ़ की स्थिति के दृष्टिगत 113 मकानों को खाली करवाया है। 

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पंडोह में 60 मकानों, घ्राण में 10, खलियार, पुरानी मंडी में 12, भ्यूली में 25 और पड्डल में 6 मकान खाली करवाए गए हैं। कुल्लू ज़िला में मनाली स्थिति आलू ग्राउंड में फंसे 29 लोगों को होमगार्ड के जवानों द्वारा सुरक्षित निकाल कर मनाली में ठहराया गया है। आपात एवं विपदा की इस घड़ी में प्रदेश सरकार लोगों के साथ खड़ी है। विपरीत परिस्थितियों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के साथ-साथ उन्हें राहत प्रदान करने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। 

ज़िला कांगड़ा में बैजनाथ क्षेत्र के लोहारड़ी में लापता हुए 8 स्थानीय लोगों को ढूंढ़ने के लिए सघन अभियान चलाया गया है। सम्भावना जताई जा रही है कि यह लोग भारी बारिश के कारण रास्ते में किसी सुरक्षित स्थान पर ठहरे हुए हैं। कांगड़ा ज़िला में भारी बारिश के कारण मुख्यतः सड़कों के क्षतिग्रस्त या बाधित होने के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। यहां 66 बंद सड़कों में से 63 बहाल कर दी गईं हैं। 

ज़िला ऊना के लालसिंगी में प्रवासी मजदूरों की झुग्गियों में जल भराव के कारण 515 मजदूरों को सुरक्षित स्थानों में ठहराया गया है। ज़िला प्रशासन, बाबा रूद्रानंद व महादेव ट्रस्ट द्वारा इन प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है।

प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में बाढ़ की स्थिति पर निगरानी के लिए राज्य आपातकालीन संचालन केन्द्र व ज़िला स्तर पर स्थापित किए गए नियंत्रण कक्ष संबंधित अधिकारियों तथा राहत एवं बचाव टीमों से निरंतर समन्वय बनाए हुए हैं। किसी भी विपरीत स्थिति में लोगों को राहत प्रदान करने के लिए राहत व बचाव दल सजगता से कार्य कर रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा आपात स्थिति में लोगों को सहायता प्रदान करने व सूचना-समन्वय के दृष्टिगत हेल्पलाइन नम्बर भी ज़ारी किए गए हैं। 

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