ऊना: रोड सेफ्टी अभियान के तहत आज आईटीआई ऊना में एक दिवसीय रोड सेफ्टी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह जानकारी आरटीओ ऊना राजेश कौशल ने दी। उन्होंने बताया कि शिविर आयोजित करने का उद्देश्य सड़क सुरक्षा बारे जन-जन को विभिन्न नियमों के साथ-साथ सुरक्षित वाहन चलाने के संबंध में जागरूक करना है, ताकि सडक दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि प्रत्येक 3 से 4 मिनट में सड़क दुर्घटना में व्यक्ति की मौत हो रही है, जो एक चिंता का विषय है।
दुर्घटनाओं का शिकार होने वाले परिवारों की पीड़ा व सामाजिक नुकसान का अंदाजा लगाना बहुत कठिन है। इससे देश का पैसा और समाज का नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि जीवन अमूल्य है, थोड़ी सी लापरवाही से इसे न गवाएं।उन्होंने कहा कि माता-पिता को भी जागरूक होना पड़ेगा ताकि नाबालिग बच्चों को किसी भी प्रकार का वाहन चलाने न दें, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने अपील की कि मालवाहक वाहनों का प्रयोग यात्रियों को ढोने के लिए न करें, क्योंकि इससे जान-माल का नुकसान होने की आशंका रहती है।आरटीओ राजेश कौशल ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने से न घबरायें बल्कि खुद को गुड समेरिटन के रूप में साबित करें। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले व्यक्ति को पुलिस व अस्पताल द्वारा किसी प्रकार की परेशान नहीं किया जाएगा।
आरटीओ ने कहा कि वाहन चलाते समय हमेशा सीट बैल्ट का प्रयोग करें, तेज रफ्तार से वाहन न चलाएं, शराब पीकर या नशे में वाहन न चलाएं, संगीतमय उपकरणों का वाहनों में प्रयोग न करें और न ही किसी को करने दें, क्षमता से अधिक सवारियां या सामान की ओवरलोडिंग न करें, ओवरटेकिंग न करें व गाड़ी को लालबत्ती होने पर जैबरा क्रॉसिंग से पहले रोकें तथा ग्रीन सिंगल होने पर ही चलें। उन्होंने बताया कि दो पहिया वाहनों पर ट्रिप्पल राइडिंग न करें व हेल्मेट का प्रयोग करें। उन्होंने ने बताया कि गाड़ी चलाते समय सभी प्रकार के दस्तावेज होना अनिवार्य है तथा वाहन चालक हमेशा वैध लाइसेंस धारक होना चाहिए।इस अवसर पर आईटीआई के प्रधानाचार्य बीएस ढिल्लों, अनुदेशक सहित विद्यार्थी उपिस्थत रहे।