मंडी : हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगों का एक नया तरीका सामने आया है, जिसमें वे लोगों को ‘डिजिटल अरेस्ट’ के नाम पर वीडियो कॉल के जरिए पूछताछ करने के लिए मजबूर करते हैं। इस प्रक्रिया में ठग अपने आपको पुलिसकर्मी बताकर एक पुलिस स्टेशन जैसा सेटअप तैयार करते हैं, जिससे उनका एक्शन वास्तविकता जैसा प्रतीत होता है। इन ठगों का तरीका बहुत ही डरावना है। वे पीड़ितों को धमकी देते हैं कि यदि उन्होंने पूरी जांच के दौरान अपने परिवार या दोस्तों को इसके बारे में बताया, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इस प्रकार, साइबर अपराधी लोगों को घंटों तक डिजिटल स्पेस में हिरासत में रखते हैं।
कुछ इसी तरह का मामला हिमाचल प्रदेश के State CID के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन मध्य खंड मण्डी में दर्ज किया गया है, जिसमें एक व्यक्ति को साइबर ठगों द्वारा धोखा देने का प्रयास किया गया। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसे अनजान नंबर से फोन आया, जिसमें बताया गया कि उसका मोबाइल नंबर पोर्नोग्राफी और अवैध गतिविधियों में शामिल है। इसके साथ ही, उसे बताया गया कि उसके नाम पर मुंबई में 17 FIR दर्ज हैं। ठगों ने शिकायतकर्ता को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल से संबंधित फर्जी कागजात भेजे। इनमें शिकायतकर्ता के नाम पर कैनरा बैंक में एक संदिग्ध खाता और फर्जी बैंक विवरणी का उल्लेख किया गया था।
इसके बाद, साइबर ठगों ने शिकायतकर्ता को फर्जी सुप्रीम कोर्ट और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नाम पर आदेश भेजे। इन आदेशों में उन्हें एक लिखित इकरारनामा भेजने के लिए कहा गया, जिसमें लिखा होता कि वे इस जांच के दौरान किसी से बात नहीं करेंगे और फोन कॉल्स का उत्तर देने के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे। ठगों ने शिकायतकर्ता को IPS बनकर बताया कि उन्हें इस मामले में सभी फंड सरेंडर करने होंगे। उन्हें आश्वासन दिया गया कि तीन दिन में उनका सारा पैसा वापस कर दिया जाएगा।
ठगों के कहने पर शिकायतकर्ता ने फर्जी खातों में कुल 36,50,000 रुपये भेज दिए। जब तीन दिन बाद पैसा नहीं आया, तो शिकायतकर्ता ने ठगों के नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई भी फोन नहीं उठा रहा था।
इस घटना के पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 318 (4), 319(2) भारतीय न्याय संहिता और 66(D) सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है।
पुलिस ने आम जनता को चेतावनी दी है कि वे अनजान नंबर से कॉल न उठाएं। यदि कोई उन्हें धमकाता है या पैसे मांगता है, तो बिना डर के तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाने में इसकी शिकायत करें। धन भेजने से पहले एक बार साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या साइबर क्राइम पुलिस थाना मण्डी के लैंडलाइन नंबर 01905-226900 पर फोन करें। इसके अलावा, शिकायतकर्ता ईमेल के माध्यम से भी संपर्क कर सकते हैं: [email protected]।
इस मामले में पुलिस जांच जारी है, और समय-समय पर साइबर क्राइम पुलिस थाना मण्डी द्वारा संबंधित एडवाइजरी भी जारी की जा रही है।