सैनवाला स्कूल ने बनाई सफलता की परंपरा, तीसरे वर्ष भी में देश के टॉप 100 में जगह

नाहन : शूलिनी विश्वविद्यालय, सोलन के प्रांगण में आयोजित राज्य स्तरीय विप्रो अर्थियन पुरस्कार वितरण समारोह 2025 के दौरान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सैनवाला ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य भर के विद्यालयों में विशिष्ट स्थान प्राप्त किया। समारोह में विद्यालय को ‘सस्टेनेबिलिटी एंड वेस्ट’ विषय पर आधारित उत्कृष्ट प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लिए ₹1500 का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। यह रिपोर्ट विप्रो अर्थियन द्वारा देशभर के विद्यालयों से प्राप्त हजारों प्रविष्टियों में से चुनी गई भारत के सर्वश्रेष्ठ 100 विद्यालयों में शामिल रही।

इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका अंजना शर्मा ने किया, जबकि इसमें छात्र पियूष चौहान, रिहान लवीया, अवशिका और आदित्य ने सक्रिय भूमिका निभाई। विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण, कचरा प्रबंधन और स्थायित्व को केंद्र में रखकर समर्पण और मेहनत से रिपोर्ट तैयार की, जिससे न केवल विद्यालय को पुरस्कार मिला बल्कि राज्य स्तर पर पहचान भी मिली।

कक्षा 12वीं के छात्र पियूष चौहान ने इस प्रोजेक्ट के तहत कविता लेखन में भाग लिया और राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। पियूष की कविता ने न केवल निर्णायकों को प्रभावित किया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि युवा पीढ़ी पर्यावरण के प्रति कितनी सजग और रचनात्मक है।

समारोह में विद्यालय की ओर से प्रधानाचार्य अयूब खान, विज्ञान शिक्षिका अंजना शर्मा, और छात्र पियूष चौहान ने भाग लिया। इस गौरवपूर्ण क्षण के साक्षी बनने के लिए कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा सोलन एवं शिमला, शूलिनी विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. पी. के. खौसला, उप जिला शिक्षा अधिकारी (उप. डी.ई.ओ) सोलन, तथा विप्रो अर्थियन कार्यक्रम समन्वयक श्रेय गुप्ता एवं आशिष प्रमुख रूप से शामिल थे।

पुरस्कार समारोह से लौटने पर विद्यालय में भव्य स्वागत किया गया। विद्यालय प्रबंध समिति, समस्त शिक्षक वर्ग एवं छात्र-छात्राओं ने सम्मानित दल का ताली व जयघोष के साथ जोरदार अभिनंदन किया। विद्यालय परिसर में इस उपलब्धि को लेकर गर्व और उत्साह का वातावरण रहा।

Photo of author

पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।