ज्वालामुखी : ज्वालामुखी व इसके आसपास के क्षेत्रों में लगे बहुमूल्य चंदन के पेड़ो के कटने का सिलसिला लगातार जारी है। वार्ड न. 3 के निवासी प्रवीण शास्त्री के खेतों से तस्करों ने दो चंदन के पेड़ काट डाले। प्रवीण शास्त्री के अनुसार मंगलवार सुबह जब वह पूजा के लिए फूल तोडऩे अपने घर के पीछे खेतों में गए, तो चंदन के दो कटे पेड़ देख हैरान रह गए। प्रवीण शास्त्री के अनुसार वह रात को ही घर पहुंचे थे व रात के ही 12 बजे तक जाग रहें थे, लेकिन तस्करों ने बारिश का फायदा उठाते हुए खेतों के किनारे लगी कंटीली तार को काटकर चंदन के दो पेड़ो पर हाथ साफ कर दिया। लगभग 25 वर्ष पुराने इन पेड़ों की कीमत लाखों में आंकी जा रही है। गौरतलब है कि तस्कर महीना भर पहले ही प्रवीण शास्त्री के खेतों से लगभग 40 वर्ष पुराना बहुमूल्य चंदन पेड़ काट चुके हैं, जिसके बाद उन्होंने खेत के चारों और कंटीली तार लगवा दी थी। ज्वालामुखी में चंदन तस्करी के धंधे में लिप्त कुछ स्थानीय युवक व बाहरी राज्यों के लोग सुनियोजित ढंग से चंदन काट कर लाखों के वारे-न्यारे कर रहें है। सुनियोजित ढंग से चल रही इस चंदन तस्करी पर तमाम प्रयासों के बावजूद पुलिस भी लगाम लगाने में तैयार रही है, क्योंकि एक बार पकड़े जाने पर जमानत मिलते ही यह लोग दोबारा इसी धंधे में लिप्त हो जाते है। तस्करों के बुलंद हौसलों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि
कुछ लोगों को तो यह पेड़ काटने से पहले किसी के माध्यम से पेड़ का सौदा करने की आफर भी देते है और मालिक के मना करने पर कुछ दिनों बाद उसे काट ले जाते हैं । सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार चंदन तस्करी में लिप्त कुछ स्थानीय युवक क्षेत्र में घूम कर पेड़ का चयन कर उसे उपयुक्त समय देख काटते है व चंदन के छोटे टुकड़े कर इन्हें बाहरी राज्यों खासकर उतर प्रदेश के तस्करों के हवाले कर देते है, जिनका काम इन्हें प्रदेश से बाहर ले जाकर बेचना होता है। इस बात की पुष्टि गत सप्ताह उस समय हुई जब स्थानीय पुलिस द्वारा संदिग्ध हालत में पकड़े गए उतर प्रदेश के जिला कन्नौज के पांच व्यक्तियों से पूछताछ करने पर दो ने चंदन तस्करी में लिप्त होने की बात कबूल की व दोनों पर चंदन तस्करी को लेकर ज्वालामुखी थाने में मुकदमा भी दर्ज है। उधर स्थानीय लोग इस बात को लेकर परेशान है कि पिछले कई वर्षों से उनके खेतों में लगे इन बहुमूल्य पेड़ों की रक्षा कैसे की जाए, क्योंकि लाखों की चंदन तस्करी कर चुके यह लोग ज्वालामुखी व इसके आसपास के क्षेत्रों से चंदन पेड़ों का नामों निशान मिटा देने पर आमादा है। प्रवीण शास्त्री ने पेड़ कटने की शिकायत ज्वालामुखी थाने में दर्ज करवा दी है।