नाहन : जिला सिरमौर के शिलाई ब्लॉक की ग्राम पंचायत जरवा जुनेली में विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं। शिकायतों और जांच के बाद पंचायत प्रधान आशा देवी को पद से निलंबित कर दिया गया है।
मामले की शुरुआत 13 मार्च को तोता राम, बली राम सहित कई ग्रामीणों ने जिला पंचायत अधिकारी नाहन को शिकायत सौंपी थी, जिसमें पंचायत में विकास कार्यों में धांधलियों के आरोप लगाए गए थे। जिला प्रशासन द्वारा करवाई गई प्राथमिक जांच में 11,54,219 रुपये के दुरुपयोग की पुष्टि हुई है।

जांच रिपोर्ट के अनुसार, पंचायत सचिव बलबीर सिंह, संजीव कुमार और पंचायत प्रधान आशा देवी को इस वित्तीय अनियमितता के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। साथ ही मनरेगा नियमों की अनदेखी के चलते तत्कालीन बीडीओ शिलाई विनीत कुमार और अजय कुमार सूद पर भी कार्रवाई की सिफारिश की गई है। विशेष रूप से पंचायत प्रधान आशा देवी पर अकेले 4,44,535 रुपये के बजट के दुरुपयोग का आरोप है।
डीसी सुमित खिमटा ने पुष्टि करते हुए बताया कि पंचायत में मनरेगा के तहत किए गए कार्यों में भारी गड़बड़ी पाई गई है और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए महिला प्रधान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इससे पूर्व आशा देवी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।
जिला प्रशासन द्वारा अब विस्तृत जांच प्रक्रिया जारी है, जिसमें दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।