शिमला : चूड़धार में आयोजित सात दिवसीय शिविर का सफल समापन हो गया। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है क्योंकि यह पहला मौका था जब किसी NSS इकाई ने 12000 फुट की ऊंचाई पर सात दिनों का शिविर लगाया है। इस कठिन वातावरण में, जहां तापमान शून्य से नीचे चला जाता है, 57 NSS स्वयंसेवकों और पांच शिक्षकों ने NSS कार्यक्रम अधिकारी ललित कुमार हिम्टा के नेतृत्व में इस शिविर में भाग लिया।
यह शिविर इसलिए भी विशेष था क्योंकि हाल ही में शांत महायज्ञ के दौरान लाखों श्रद्धालु चूड़धार पहुंचे थे, जिससे वहां काफी मात्रा में कचरा इकट्ठा हो गया था। इस कचरे के निपटान के लिए स्वयंसेवकों ने विभिन्न स्थानों पर गड्ढे बनाए और कचरे का उचित निष्पादन किया। स्वयंसेवकों ने मंदिर के आसपास और चूड़धार-काला बाग के बीच में पड़े सामान जैसे बांस और जेनरेटर आदि को भी सही स्थानों पर पहुंचाने का कार्य किया।
कार्यक्रम के दौरान कई जाने-माने लोगों ने स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया, जिनमें राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित राई रावत, नगर पंचायत चौपाल के सचिव राजेंद्र जारट, चुड़ेश्वर सेवा समिति के महासचिव पवन पटियाल, मंदिर समिति के सदस्य, संत-महात्मा, पुजारी, कारोबारी एवं अन्य कर्मचारी शामिल थे। शिविर के अंतिम दिन समाजसेवी और मुख्य फार्मेसी अधिकारी, कुपवी दिनेश रावत ने स्वयंसेवकों को संबोधित किया और आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य प्रताप सिंह नेगी, नम्बरदार, शिक्षक, SMC प्रधान एवं अन्य सदस्यों ने भी भाग लिया और स्वयंसेवकों के कार्य की प्रशंसा की।
शिविर में पर्यावरण, मादक पदार्थ, स्वच्छता, जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन “मेरा गांव सबसे सुंदर अभियान” के अंतर्गत स्वयंसेवकों को अपने-अपने गांव भेजा गया ताकि वे जनभागीदारी के माध्यम से अपने गांव को सुंदर बनाने का प्रयास करें। इस आयोजन में पूर्व भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बी.एम. नंटा, रितु सिंह, पूर्व संयुक्त निदेशक सुरेश शर्मा, सिसोदिया, आर.एल. किमटा और अन्य गणमान्य लोग शामिल थे, जिन्होंने इस प्रयास के लिए ललित कुमार हिम्टा और उनकी टीम को शुभकामनाएं दीं।
अंत में, ललित कुमार हिम्टा ने चुड़ेश्वर सेवा समिति के अध्यक्ष श्री बी.एम. नंटा, S.D.M. चौपाल और चुड़धार में उपस्थित सभी लोगों का उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।