नाहन: गूगल पर बैंक का नंबर सर्च किया और आ गई मुसीबत! आप भी हो जाएं सावधान

नाहन : अगर आप भी गूगल पर बैंक का कस्टमर केयर नंबर सर्च करते हैं तो ज़रा संभल जाइए! ऐसा करना आपके बैंक खाते को खाली कर सकता है। ताज़ा मामला नाहन से सामने आया है, जहां स्थानीय निवासी रमन शर्मा एक बड़ी साइबर ठगी का शिकार होने से बाल-बाल बच गए।

रमन शर्मा को अपने बैंक से जुड़ी एक समस्या के समाधान के लिए कस्टमर केयर नंबर की ज़रूरत थी। उन्होंने गूगल पर नंबर सर्च किया और जो पहला नंबर मिला, उस पर कॉल कर दिया। फोन पर मौजूद शख्स ने खुद को बैंक मैनेजर बताया और रमन से कहा कि “आपकी स्टेटमेंट और जरूरी जानकारी आपको व्हाट्सएप पर भेजी जा रही है।”

गूगल पर बैंक का नंबर

कुछ ही पल बाद, रमन के मोबाइल पर एक APK फाइल (जो आमतौर पर मोबाइल ऐप इंस्टाल करने के लिए होती है) भेज दी गई। शातिर ने कहा कि इस फाइल को इंस्टॉल करने पर स्टेटमेंट मिल जाएगी और समस्या हल हो जाएगी।

लेकिन रमन ने समय रहते समझदारी दिखाई। उन्हें याद आया कि किसी भी अनजान लिंक या फाइल को कभी क्लिक या इंस्टॉल नहीं करना चाहिए। उन्होंने साफ मना कर दिया कि वो फाइल नहीं खोलेंगे। इसके बाद सामने वाले व्यक्ति ने तुरंत फोन काट दिया और व्हाट्सएप से वह APK फाइल भी डिलीट कर दी।

इस मामले को लेकर साइबर सेल शिमला ने फिर से लोगों को चेताया है कि इस तरह की ठगी आजकल आम होती जा रही है। डीआईजी मोहित चावला का कहना है कि गूगल या किसी भी सर्च इंजन से कस्टमर केयर नंबर खोजने से बचें। साइबर ठग गूगल पर फर्जी वेबसाइट्स और नंबर डालकर लोगों को फंसा रहे हैं।

यदि आपको किसी बैंक या संस्था से संपर्क करना हो, तो हमेशा उसी की आधिकारिक वेबसाइट या दस्तावेजों में दिए गए नंबरों का ही उपयोग करें। गूगल या अन्य सर्च इंजन से नंबर खोजने से बचें, क्योंकि इन पर फर्जी नंबर दिखने की आशंका रहती है। इसके अलावा, अगर आपको व्हाट्सएप या SMS के जरिए कोई संदिग्ध लिंक या फाइल भेजी जाए, तो उसे कभी भी क्लिक या डाउनलोड न करें। यह फाइलें आपके फोन या बैंक डिटेल्स को हैक करने के लिए भेजी जाती हैं। यदि आपको किसी भी प्रकार का संदेह हो, तो बिना देर किए तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या केंद्र सरकार के शिकायत नंबर 155260 पर संपर्क करें और पूरी जानकारी साझा करें। सतर्कता ही सुरक्षा है।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।