नाहन : शिरगुल महाराज की जातर 22 जून को चूड़धार जाएगी। यह जातर सुबह 10 बजे चूडधार महाराज के जन्मस्थली शाया मन्दिर से निकलेगी। प्राचीन परम्परा के अनुसार तीसरे वर्ष यह जातर देव स्नान हेतू शाया से चूड़धार जाती है। इस जातर में देवता के पुजारी , देवे , कार-कारिंदे और शावगी आदि लोग शामिल होते हैं। यह जानकारी मन्दिर के देवा पृथ्वी राज ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि यह जातर आषाढ़ के दूसरे शनिवार को जाएगी ।
उन्होंने बताया कि पहले दिन 22 जून का विश्राम बांगापाणी में होगा, जहां पर विजट महाराज की उत्पति हुई थी। अगले दिन रविवार को शिरगुल महाराज चूड़धार में पंहुच कर स्नान करेंगे और उसी दिन वापसी में विश्राम पाछले मोड पर होगा। 24 जून सोमवार को जातर वापस शाया पंहुचेगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस जातर में लोग बढ़चढ़ कर भाग लें और शिरगुल महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करें।