नाहन : हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में शिक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। शिक्षा खंड नाहन के अंतर्गत मिडिल स्कूल चबाहां (सेन की सेर) में कार्यरत एक शिक्षक पर नाबालिग छात्रा से छेड़खानी का गंभीर आरोप लगा है। छात्रा की मां की शिकायत पर पुलिस थाना नाहन में मामला दर्ज किया गया, जिसके बाद आरोपी शिक्षक को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आज उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
डीएसपी हेडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर ने पुष्टि की कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच चल रही है। पीड़िता के बयान अदालत में दर्ज किए जाने हैं। डीएसपी ने बताया कि आरोपी शिक्षक ने स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ आपत्तिजनक व्यवहार किया। छात्रा ने अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद उसकी मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

सूत्र बताते हैं कि आरोपी शिक्षक पर पहले भी ऐसे आरोप लग चुके हैं और उस समय शिक्षा विभाग द्वारा उसे निलंबित किया गया था। इस बार भी जब मामला सामने आया तो स्कूल प्रबंधन और स्थानीय प्रतिनिधियों द्वारा इसे दबाने की कोशिश की गई। गांव की प्रधान के अनुसार, स्कूल में तीन घंटे तक चली बैठक के बाद मामले को सुलझा लिया गया था। लेकिन पीड़िता की मां की ओर से थाने में शिकायत दर्ज होते ही मामला खुलकर सामने आ गया।
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब पिछले कुछ ही हफ्तों में सिरमौर जिले के राजगढ़ और पच्छाद क्षेत्रों से भी इसी तरह के मामले सामने आए हैं। बार-बार इस तरह की घटनाओं का दोहराव न केवल अभिभावकों में चिंता का विषय बन रहा है, बल्कि सरकारी स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अब अन्य छात्राएं भी सामने आ सकती हैं, जिन्हें पहले डर या सामाजिक दबाव के कारण चुप रहना पड़ा। यदि ऐसा हुआ, तो यह मामला और भी गंभीर रूप ले सकता है। पुलिस का कहना है कि यदि जांच में और तथ्य सामने आते हैं, तो अन्य धाराएं जोड़ी जा सकती हैं।
इस मामले ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि स्कूली शिक्षा के साथ-साथ बच्चों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भी ठोस नीति और सक्रिय निगरानी की आवश्यकता है। अभिभावक, स्कूल प्रबंधन और प्रशासन, तीनों को मिलकर एक ऐसा वातावरण बनाना होगा, जहाँ बच्चा खुद को सुरक्षित महसूस करे और ज़रूरत पड़ने पर निर्भीक होकर अपनी बात रख सके।