नाहन : सिरमौर जिले के संगड़ाह ब्लॉक के लगनू गांव निवासी और पेशे से आयुष फार्मेसी अधिकारी वीरेंद्र सिंह का चयन शारजाह इंटरनेशनल ओपन पैरा एथलेटिक्स मीट के लिए हुआ है, जो 30 जनवरी 2025 से 6 फरवरी 2025 तक संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित होगी। इस प्रतियोगिता में वह टी-13 श्रेणी में 1500 मीटर और 5000 मीटर दौड़ में भाग लेंगे।
वीरेंद्र सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (GSSS) संगड़ाह से पूरी की। उन्होंने अपने खेल करियर की शुरुआत 2011 में स्टेट पैरा गेम्स में की, जहां उन्होंने सिरमौर के लिए 3 गोल्ड मेडल जीते। इसके बाद उन्होंने 2012 में गणतंत्र दिवस परेड में भी भाग लिया।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां
2017: जयपुर में आयोजित राष्ट्रीय पैरा गेम्स में 5000 मीटर दौड़ में कांस्य पदक।
2018: लुधियाना, पंजाब में 5000 मीटर और 1500 मीटर में सिल्वर और 800 मीटर में कांस्य पदक।
2018: पंचकुला, चंडीगढ़ में राष्ट्रीय पैरा गेम्स में 5000 मीटर और 1500 मीटर में कांस्य पदक।
2019: दिल्ली में उषा एथलेटिक चैंपियनशिप में 5000 मीटर, 1500 मीटर और 800 मीटर में सिल्वर मेडल।
2022 और 2023: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया।
सामाजिक सरोकार और विशेष रन
वीरेंद्र सिंह ने खेल के साथ-साथ समाज सेवा में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। उन्होंने कई विशेष रन आयोजित किए, जिनमें:
“प्लास्टिक मुक्त भारत” रन: शिमला से चंडीगढ़ (219 किलोमीटर)।
चैरिटी रन: संगड़ाह से बोगधार और संगड़ाह से रेणुका तक। इन प्रयासों में लगभग 2.50 लाख रुपये एकत्रित कर मरीजों को दान किए।
“ऑल सिरमौर चैरिटी रन”: त्रिलोकपुर से पांवटा साहिब और सोलन से नाहन तक का सफर, जिसमें 9 लाख रुपये जुटाए और 5 मरीजों को आर्थिक सहायता दी।
“ड्रग फ्री इंडिया” रन: हरिपुरधार से नाहन (100 किलोमीटर)।
“रोड सेफ्टी” रन: सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए हरिपुरधार से नाहन (100 किलोमीटर)।
**”नशा मुक्त और भ्रूण हत्या” के लिए संगड़ाह से नाहन रन।
“पर्यावरण संरक्षण” रन: हरिपुरधार से नाहन (100 किलोमीटर)।
खास उपलब्धियां
20 बार रक्तदान कर मरीजों की जान बचाई।
2020 में उनकी उपलब्धियां सामान्य ज्ञान के प्रश्न बनकर सरकारी परीक्षाओं में शामिल हुईं।
वीरेंद्र सिंह जी को खेल के क्षेत्र में उनकी अनुकरणीय और उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए “सिरमौर खेल रत्न पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
2 बार राज्य पुरस्कार और 1 बार “शान-ए-हिमाचल” अवार्ड से सम्मानित।
उनकी इस उपलब्धि से पूरा क्षेत्र और सिरमौर में खुशी का माहौल है। उनकी इस उपलब्धि पर जिले के अधिकारी, सहकर्मी और खेल प्रेमी उन्हें बधाई दे रहे हैं। वीरेंद्र सिंह की लगन और समर्पण युवाओं के लिए प्रेरणा है।