नाहन : आज से नाहन के ऐतिहासिक चौगान में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय महिला अंतर-महाविद्यालय कबड्डी चैंपियनशिप का आयोजन शुरू हुआ , जो खेल और संस्कृति का अनूठा मेल साबित हो रहा है । स्थानीय विधायक अजय सोलंकी ने इस प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। हिमाचल प्रदेश के 34 महाविद्यालयों की महिला टीम इसमें भाग ले रही हैं । इस आयोजन का उद्देश्य न केवल महिला खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देना है , बल्कि सिरमौर की पारंपरिक सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित करना है।
इस प्रतियोगिता का मुख्य आकर्षण है सिरमौरी धाम, जिसमें सिरमौर के पारंपरिक व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया। प्रिंसिपल प्रेम भारद्वाज , डॉ. पंकज और डॉ अनूप के प्रयासों से खिलाड़ियों और अतिथियों को पारंपरिक व्यंजन परोसे गए। डॉ. पंकज ने हिल्स पोस्ट से बात करते हुए बताया कि व्यंजनों को बनाने के लिए शी हाट की चार विशेषज्ञ महिलाएँ विशेष रूप से आमंत्रित की गई हैं । उन्हें एनसीसी और एनएसएस के स्वयंसेवकों का भी सहयोग मिला, जो व्यंजन बनाने की प्रक्रिया को बड़े उत्साह से सीख रहे हैं ।
उन्होंने बताया कि तीन दिन चलने वाली इस प्रतियोगिता के दौरान रोजाना सिरमौर के अलग-अलग पारंपरिक व्यंजन परोसे जायेंगे । इसके अलावा, एक दिन विशेष रूप से मंडी की मशहूर सेपू बड़ी भी परोसी जायेगी । खास तौर पर सिरमौर की खीर, सिडडू, पटाड़े, और अशकली जैसे पारंपरिक पकवान तैयार किए गए। यह व्यंजन पारंपरिक पत्तल में परोसे जाएंगे , जो पर्यावरण संरक्षण और परंपरा के प्रति सम्मान का प्रतीक है ।
इस आयोजन के बारे में बात करते हुए डॉ अनूप कहा कि इससे युवाओं को जंक फूड से दूर रहने और पारंपरिक पौष्टिक भोजन अपनाने की प्रेरणा मिलेगी और सिरमौर की सांस्कृतिक धरोहर को आधुनिक पहचान देने और नई पीढ़ी तक पहुँचाने का प्रयास किया गया।
छात्रों और स्वयंसेवकों को बड़े पैमाने पर पारंपरिक भोजन निर्माण और प्रस्तुति का अनुभव मिला। इस आयोजन ने खेल और संस्कृति को जोड़ते हुए युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़े रखने का सफल प्रयास किया।