संवाददाता

NCERT व परख के सयुंक्त तत्वाधान में शिक्षक सीखेंगे मूल्यांकन के नए तरीके

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सोलन: नेशनल अससमेंट सेंटर “परख” व NCERT के संयुक्त तत्वाधान में SCERT हिमाचल प्रदेश जिला सोलन में दो दिवसीय “प्रोजेक्ट विद्यासागर एजुकेशनल वर्कशॉप” का आयोजन किया गया। परख एक ऐसी संस्था है जो प्रदर्शन, मूल्यांकन, समीक्षा व समग्र विकास के लिए सीखे गए ज्ञान का विश्लेषण करती है तथा शिक्षा गुणवत्ता के सभी स्तरों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए काम करती है। वर्तमान में परख एन.सी.ई.आर.टी. के एक हिस्से के रूप में काम कर रही है।

मूल्यांकन के नए तरीके

नेशनल अचीवमेंट सर्वे (NAS) तथा स्टेट अचीमेंट सर्वे (SAS) जैसी गतिविधियों के लिए रणनीति बनाना व उसका क्रियान्वयन करना इस दो दिवसीय कार्यशाला के उद्देश्य है।  विभिन्न स्तरों पर सीखने की दक्षताओं के बारे में स्कूली शिक्षकों के बीच जागरूकता पैदा करना और विद्यांजलि के बारे में जागरूकता पैदा करना भी इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य  है। सोमवार 19 फरवरी को इस दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ श्रीमती शालिनी शर्मा Assistant Secretary General PHDCCI द्वारा किया गया।   

इस अवसर पर SCERT प्राचार्य हेमंत कुमार ने दो दिवसीय इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी अध्यापकों का स्वागत किया और उन्हें इन दो दिनों में शिक्षा और शिक्षण से संबंधित नए-नए तरीकों को सीखने का आह्वान किया। इस दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन लगभग 89 अध्यापक उपस्थित रहे पीएचडी चैंबर उद्घाटन सत्र में  शिक्षकों के साथ परख की CEO (NCERT दिल्ली प्रोफेसर भादुड़ी ऑनलाइन जुड़ी तथा उन्होंने अपने उद्घाटन वक्तव्य में कहा कि “परख” का उद्देश्य बच्चों को 21वीं सदी की जरूरतों के लिए तैयार करना है। उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 ने देश में जिस नए शिक्षा प्रतिमान की शुरुआत की है, वह रटकर सीखने से हटकर योग्यता आधारित शिक्षा पर केंद्रित है। उक्त कार्यक्रम में रवि शंकर कुमार पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री नई दिल्ली ने स्मृति चिन्ह देखर उपस्थित अथितियों का स्वागत किया व दो दिवसीय इस कार्यशाला का शुभारंभ किया। ऑनलाइन अपनी बात रखते हुए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे रिपोर्ट पर बात करते हुए सीखने की प्रक्रिया व मूल्यांकन पर मार्गदर्शन दिया।

दो दिवसीय इस प्रोजेक्ट विद्यासागर एजुकेशन वर्कशॉप में शिक्षक खुद को और अधिक तराशने का काम करेंगे ताकि बुनियादी शिक्षण को और अधिक बेहतर कर सकने में अपनी भूमिका का निर्वाहन कर सके। इस दो दिवसीय वर्कशॉप में सुश्री शालिनी एस शर्मा असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स NCERT  एक्सपर्ट विवेक गुप्ता और चंदन सिंह, हेमंत कुमार प्राचार्य SCERT हिमाचल प्रदेश, सुनीता कुमारी राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण समन्वयक उपस्थित रहें। उक्त जानकारी सुनीता कुमारी राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण समन्वयक हिमाचल प्रदेश द्वारा दी गई उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को competency बेस्ड लर्निंग योग्यता आधारित शिक्षा प्रणाली के बारे में बताना और प्रोजेक्ट विद्यासागर की जानकारी देना है।