सोलन: विश्व के सबसे पुराने को-एज्यूकेशनल रेजिडेंश्यिल स्कूल – लारेंस स्कूल, सनावर का 177वां तीन दिवसीय फाउंडर्स डे सम्मान समारोह, गांधी स्मृति, खेल मनोरंजन और पुरानी यादों को बीच बड़े हर्षोल्लास के साथ बुधवार को शुरु हुआ। पहले दिन बेसब्री से इस पल का इंतजार कर रहे स्कूल के पास आउट छात्रों यानि ओल्ड सनावरियंस जुटने शुरु हुये। कार्यक्रम की शुरुआत गांधी जयंती स्पेशल ऐंसेंबली के साथ हुई जिसकी अध्यक्षता स्कूल के हैडमास्टर हिम्मत सिंह ढिल्लों ने की जबकि सोलन स्थित डिस्ट्रिक एंड सैशन जज जस्टिस अरविंद मल्होत्रा मुख्यातिथि के रुप में शामिल हुये।
इस दौरान ओल्ड सनवारियन व भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला द्वारा गठित गांधी अवार्ड की घोषणा के साथ इनके विजेताओं सीरत दुआ, तन्मय साहनी और इनाया कुमार को पुरस्कृत किया गया। इसके बाद स्वच्छ भारत और स्वच्छ कैंपस अभियान को मजबूती देने के लिए सफाई और पर्यावरण मित्रों दस कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया। अपने संबोधन में जस्टिस मल्होत्रा ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के युग में युवा आंशिक गांधीगिरी से भी सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
इस कार्यक्रम के बाद ओल्ड सनावरियंस और प्रेजेंट सनावरियंस के बीच खेल भावना जागृत करने की दिशा में स्पोर्ट्स और फुटसल के मैच आयोजित किये गये। इस अवसर पर मौजूद ओल्ड सनावरियंस सोसाईटी ओएसएस के अध्यक्ष पंकज सप्रू ने कहा कि फाउंडर्स डे पर मैदान में उतर कर पूर्व छात्र एक बार फिर अपने आप को भावुक महसूस कर रहे हैं। कई पूर्व छात्रों का मत था कि इसी मैदान में उनके फिटनेस की नींव रखी और एक बार फिर मैदान पर उतरने में कोई देरी नहीं की।
शाम को स्कूल परिसर में बने चैपल (चर्च) में जुबली छात्रों के लिये एक स्पैशल ऐसेंबली का आयोजन किया गया जिसमें 1954, 1959, 1964 और 1999 बैच के लगभग 80 पूर्व छात्रों ने मौजूदा छात्रो के साथ अपनी यादों को ताजा किया। इस दौरान स्कूल के हैड मास्टर ढ़िल्लों ने गत वर्षो में स्कूली की उपलब्ध्यिों को उजागर किया और आगामी प्रोजेक्टों से अवगत करवाया। स्कूली बच्चों ने कई पूर्व छात्रों के भेजें हुये संदेश पढ़कर माहौल को ओर भावुक बना दिया।
इसी बीच स्कूली छात्रों ने अपने डिपार्टमेंट की फैैकल्टी के सहयोग से विभिन्न एग्जीबिशन भी आयोजित की जिसमें उनकी प्रतिभा आर्ट, शिल्पाकारिता, फोटोग्राफी, फैशन डिजाईनिंग, वुड क्राफ्ट और अन्य रूप में प्रदर्शित हुई।
फाउंडर्स डे गुरुवार और शुक्रवार को भी जारी रहेगा जिसमें स्कूल के 177 वर्ष के ऐतिहासिक, धरोहर और परंपरा को ड्रामेटिक्स, सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में दिखाया जायेगा। आयोजन के अंतिम दिन किरण नादर म्यूजियम ऑफ आर्ट्स और शिव नादर फाउंडेशन की ट्रस्टी किरण टंडन नादर कार्यक्रम में अध्यक्षता करने के बाद नवनिर्मित गर्ल्स डोरमेटरी का उद्घाटन करेंगीं।