नाहन: पारंगत स्कूल नाहन में आयोजित तीन दिवसीय नाट्य कार्यशाला का समापन के साथ हुआ। इस कार्यशाला का आयोजन स्टेपको नाहन द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य युवाओं को रंगमंच के प्रति जागरूक करना और उनकी अभिनय प्रतिभा को निखारना था। कार्यशाला में पारंगत स्कूल नाहन के 30 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और विभिन्न रंगमंचीय कौशलों का गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया।
कार्यशाला का संचालन स्टेपको के निर्देशक एवं नाट्य प्रशिक्षिक रजित सिंह कँवर व बी बी सी वर्ल्ड से जुड़े राजेश चौहान ने मीडिया व पत्रकारिता के विषय में जानकारी दी। छात्रों को नाट्य कला की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रंगमंच एक ऐसा माध्यम है जो व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास करता है। उन्होंने छात्रों को रंगमंच के प्रति अपनी रुचि बढ़ाने और इसे जीवन में आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला के दौरान छात्रों को अभिनय, संवाद, भाव-भंगिमा, शरीर की भाषा और स्वर के उचित उपयोग की तकनीकों पर विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया।
कार्यशाला के दौरान छात्रों ने नाट्य कला के विभिन्न पहलुओं को सीखा। पहले दिन, सुश्री वर्मा ने छात्रों को रंगमंच के मूल सिद्धांतों से परिचित कराया और बुनियादी अभिनय तकनीकों का अभ्यास जैसे इम्प्रोवाइजेशन और कैरेक्टर बिल्डिंग ,(चरित्र निर्माण) ,भाव, नाट्य शास्त्र,पर विशेष सत्र आयोजित किए। इन गतिविधियों से छात्रों ने अभिनय में अपने आत्मविश्वास को बढ़ाया और एक मंच पर अपनी भूमिका को कैसे निभाना है, इसे सीखा। तीसरे दिन छात्रों को एक समूह में काम करने का अभ्यास कराया गया और उन्हें थिएटर गेम्स भी खिलाये गए।
कार्यशाला में स्कूल प्रिंसिपल सरिता शर्मा, हर्षना चौहान,आँचल चौहान, अजय, विशाल, ओमवती और मधु ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया
पारंगत स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की निदेशक तन्वी नरूला ने कार्यशाला के समापन पर स्टेपको संस्था का धन्यवाद किया कहा, “इस कार्यशाला का उद्देश्य केवल नाट्य कला सिखाना ही नहीं, बल्कि छात्रों को उनके भीतर छिपी प्रतिभा को पहचानने का अवसर देना भी है।