नाहन: भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा आज दो दिवसीय लोक वाद्य दल एवं लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन नाहन के एसएफडीए हॉल में किया गया। जिसका शुभारंभ पुलिस अधीक्षक सिरमौर ओमापति जमवाल ने किया।
इस अवसर पर ओमापति जमवाल ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते कहां की प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने की जिम्मेवारी हम सभी की है। उन्होंने बताया कि ऐसे आयोजनों में शामिल होकर कलाकारों में जहां प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा होती है वही लोक संस्कृति के प्रति उनकी समझ में और परिपक्वता आती है उन्होंने कहा कि कलाकारों, साहित्यकारों व अन्य विधाओं से जुड़े विचारकों के लिए भाषा विभाग हमेशा प्रयासरत हैं।
उन्होंने कहा कि गत 2 वर्षों में कोविड-19 महामारी के कारण इस प्रकार के आयोजन नहीं हो पाए थे। अभी भी हमें कोविड-19 का पालन करते हुए इन गतिविधीयों को आगे बढ़ाना है।
प्रतियोगिता के पहले दिन जिला स्तरीय वाद्य यंत्र प्रतियोगिता के दौरान सिरमौर के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 15 टीमों ने प्रतियोगिता में भाग लिया।
इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी कांता नेगी ने बताया कि भाषा एवं संस्कृति विभाग प्रदेश की लोक संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में निरंतर प्रयासरत है उन्होंने कहा कि विभाग इन प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रर्दशन करने वाले सांस्कृतिक दलों को जिला व हिमाचल से बाहर भी मेलों व त्यौहारों में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देने के लिए हर वर्ष भेजता है। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय प्रतियोगिता के दौरान विजेता दल को राज्य स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका दिया जाएगा।
जिला भाषा अधिकारी ने बताया कि कल जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता करवाई जाएगी जिसमें लगभग 15 टीमें हिस्सा लेंगी इसके अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहेंगे और विजेताओं को पुरस्कृत करेंगे