नाहन : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) नाहन में आज टैली सॉफ्टवेयर पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिला शिक्षा उपनिदेशक (प्रारंभिक शिक्षा) एवं डाइट के प्रधानाचार्य राजीव ठाकुर ने किया। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि निरंतर अभ्यास और कार्य की नियमितता सफलता का मूलमंत्र है। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य लेखा सहायक और लिपिकों को टैली सॉफ्टवेयर के उपयोग में दक्ष बनाना है, जिससे वे वित्तीय प्रबंधन, बजटिंग, और लेखा प्रक्रिया को डिजिटल रूप से अधिक प्रभावी ढंग से संभाल सकें।
इस कार्यशाला में जिला सिरमौर के 15 शिक्षा खंडों से कुल 23 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें 19 लेखा सहायक और 4 लिपिक शामिल हैं। कार्यशाला के समन्वयक अश्विनी ठाकुर ने प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम के उद्देश्यों और लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पहले दिन के सत्र में रिसोर्स पर्सन पंकज जैसवाल ने टैली सॉफ्टवेयर के विभिन्न पहलुओं, जैसे वाउचर एंट्री, बैंक रीकंसिलिएशन, और रिपोर्ट जनरेशन पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर संस्थान के वित्त अनुभाग अधिकारी अरुण शर्मा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और प्रतिभागियों को वित्तीय प्रणाली के डिजिटलीकरण के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला के दूसरे दिन उन्नत टैली फीचर्स, रिपोर्टिंग, और व्यावहारिक समस्याओं के समाधान पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही, प्रतिभागियों के लिए प्रश्नोत्तर और अभ्यास सत्र का आयोजन भी होगा। इस कार्यशाला का उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में लेखा प्रबंधन की पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा देना है। यह प्रशिक्षण न केवल प्रतिभागियों के तकनीकी ज्ञान को उन्नत करेगा, बल्कि जिला शिक्षा विभाग के प्रशासनिक कार्यों में भी सुधार लाने में सहायक होगा।