सिरमौर के गिरिपार की माटी से निकले दो सितारे, बने इतिहास प्रवक्ता

नाहन : सिरमौर जिले के शिलाई तहसील के सुदूर गांव पंजोड के दो युवाओं ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है। रविंद्र शर्मा और सतीश सरस्वती का चयन हिमाचल प्रदेश में इतिहास विषय के प्रवक्ता (लेक्चरर) के पद पर हुआ है। यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष, बल्कि परिवार और गुरुजनों के अथक समर्थन का परिणाम है।

रविंदर शर्मा: किसान परिवार से निकली शैक्षणिक यात्रा
रविंदर शर्मा ने अपनी शिक्षा की नींव नाहन के बॉयज स्कूल से रखी, जहां से उन्होंने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। स्नातक की पढ़ाई नाहन कॉलेज से पूरी करने के बाद, उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल सेंटर फॉर डिस्टेंस एजुकेशन एंड ओपन लर्निंग (ICDEOL) से एमए (इतिहास) की डिग्री प्राप्त की। रविंद्र ने घर पर रहकर ही प्रवक्ता परीक्षा की तैयारी की और सफलता अर्जित की।

रविंदर के पिता कली राम एक साधारण किसान हैं, जबकि माता रतो देवी गृहणी हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, गुरुजनों भाई बहनों और जीजा जी को दिया। उन्होंने कहा, “मेरे पिता ने खेत में मेहनत कर मेरी पढ़ाई का खर्च उठाया, और माता ने हर कदम पर प्रेरणा दी। यह उन्हीं का आशीर्वाद है।”

सतीश सरस्वती: पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए
दूसरे चयनित युवा सतीश सरस्वती ने हल्लां स्कूल से दसवीं और बारहवीं की शिक्षा प्राप्त की। स्नातक की पढ़ाई नाहन कॉलेज से पूरी करने के बाद, उन्होंने स्वाध्याय के माध्यम से एमए (इतिहास) की उपाधि हासिल की। सतीश के लिए उनके स्वर्गीय पिता केवल राम, जो एक शिक्षक थे, सबसे बड़ी प्रेरणा रहे। उन्होंने कहा, “पिताजी ने हमेशा शिक्षा को जीवन का आधार बताया। उनकी स्मृति ने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया।”

सतीश के बड़े भाई अनिल सरस्वती और सुनील सरस्वती ने भी उनकी पढ़ाई में आर्थिक और मानसिक सहयोग किया। उनकी माता तोता देवी ने घर की जिम्मेदारियों को संभालते हुए उन्हें निर्बाध पढ़ाई का माहौल दिया। सतीश ने अपनी सफलता का श्रेय भाइयों, माता और शिक्षकों को दिया। सतीश ने भी घर पर रहकर ही प्रवक्ता परीक्षा की तैयारी की और सफलता अर्जित की।

ग्रामीण युवाओं के लिए प्रेरणा
रविंदर और सतीश की सफलता न केवल पंजोड गांव, बल्कि पूरे सिरमौर जिले के लिए गर्व का विषय है। यह साबित करती है कि संसाधनों की सीमाएं मेहनती युवाओं के सपनों को रोक नहीं सकतीं। दोनों ने बताया कि वे अब छात्रों को इतिहास के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा देना चाहते हैं।

दोनों की इस उपलब्धि से गांव और क्षेत्र के लोगों में हर्ष का माहौल है। स्थानीय लोग और शुभचिंतक उन्हें बधाई देने उनके घर पहुंच रहे हैं। गांववासियों का कहना है कि उनकी मेहनत और लगन से क्षेत्र के अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।