शिलाई के श्रद्धालुओं की अनूठी श्रद्धा, हरिद्वार से चूड़धार तक पदयात्रा

नाहन : सावन के पावन महीने में भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए सिरमौर जिला के शिलाई क्षेत्र से पहली बार श्रद्धालुओं का एक दल कांवड़ यात्रा पर निकला है। यह ऐतिहासिक यात्रा क्षेत्रवासियों के लिए धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बन गई है।

इस बार शिलाई क्षेत्र के विभिन्न गांवों से जुड़े श्रद्धालु – राहुल ठंडू, रवींद्र ठंडू (दाया से), रवि चाकला (नैनीधार से), निशांत ठाकुर (टिम्बी से) और ब्रिज मोहन ठाकुर (पशमी से) – हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर चूड़धार महादेव को अर्पित करने के लिए पैदल यात्रा पर निकले हैं।

चूड़धार तक पदयात्रा

यात्रा की शुरुआत 11 जुलाई को शिमला से हुई, जिसके बाद 12 जुलाई को सभी श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। वहां से गंगाजल लेने के बाद उन्होंने चूड़धार के लिए कठिन पदयात्रा प्रारंभ की। यह जत्था 15 जुलाई को चूड़धार पहुंचेगा और सूर्य संक्रांति के शुभ अवसर पर 16 जुलाई को भगवान शिव को पवित्र जल अर्पित किया जाएगा।

श्रद्धालुओं ने बताया कि यह यात्रा केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि क्षेत्र की युवा पीढ़ी को संस्कृति और परंपरा से जोड़ने का भी एक प्रयास है।

स्थानीय लोगों के अनुसार, यह पहली बार है जब शिलाई से कोई कांवड़ यात्रा हरिद्वार से चूड़धार तक आयोजित की गई है। इस पहल को लेकर पूरे क्षेत्र में उत्साह और गर्व का माहौल है। ग्रामीणों ने इसे क्षेत्र के धार्मिक इतिहास में एक नई शुरुआत बताया है।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।