नाहन: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में निनी स्वयं सहायता समूह महिलाओं के सशक्तीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है | पांवटा साहिब में कुछ वर्ष पूर्व बनाए गए इस सहायता समूह ने शुरुआत से ही हर्बल प्रोडक्ट बनाने शुरू किए और अब इन्हें निनी हर्बल ग्रुप के नाम से भी जाना जाता है | आज यह स्वयं सहायता समूह दर्जनों महिलाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रहा है |
उल्लेखनीय है की “निनी” स्वयं सहायता समूह का गठन नाबार्ड के सौजन्य से अरावली सोसाइटी के द्वारा 2014 में करवाया गया था | आज इस समूह में अनेक महिलायें काम कर रही है, जिन्होंने अब ऑर्गेनिक हर्बल प्रोडक्ट तैयार करने में अपनी अलग पहचान बना ली है | निनी स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे, हर्बल शैंपू , हर्बल साबुन, फैस पैक, गुलाब जल, हेयर ऑयल, ग्रीन टी, हर्बल टी, शहद और अनेक जैविक खेती से जुड़े खाद्य पदार्थ शामिल है |
हालांकि जैसा कि आप जानते ही हैं कि शुरूआती दौर में ई भी काम आसान नहीं होता, उसी प्रकार यहां भी महिलाओं को शुरूआती समय में अपना सामान बेचने में परेशानी का सामना करना पड़ा परन्तु इन महिलाओं ने हार नहीं मानी | आज निनी स्वयं सहायता समूह का सामान हिमाचल प्रदेश के पहले शी-हाट के माध्यम से ही नहीं अपितु राष्ट्रीय और अंतर्राट्रीय मेलों के माध्यम से खूब बिक रहा है | यही नहीं सामन की मांग अब विदेशों में भी हो रहे है |
अभी हाल ही में उनके कार्य को देखते हुए खंड विकास कार्यालय पांवटा के माध्यम से एक सोलर ड्रायर की सुविधा प्रदान की गई है | अब इस ड्रायर के लगने से सहायता समूह को जैविक खेती से जुड़े खाद्य पदार्थों को आसानी से सुखाने में मदत मिलेगी |
समूह की प्रधान श्रीमती नरेंद्र पाल कौर ने कहा कि वे चाहती हैं कि अधिक से अधिक महिलाओं को रोजगार के अवसर मिलें और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके | उन्होंने कहा की जिला सिरमौर प्रशासन से उन्हें भरपूर सहायता मिली है और उन्ही के सहयोग से वह यह सामान बेचने में आसानी से कामयाब हो सकी | श्रीमती कौर ने कहा की आज उनका समूह लगभग 30-40 प्रकार के उत्पाद बना रहा है और आने वाले समय में कुछ और जैविक खेती से जुड़े उत्पादों को तैयार करने की तैयारी चल रही है |