जल्दी पद नही भरे तो रुक जाएगा इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना का काम

नाहन: हिमाचल प्रदेश सरकार की इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत आवेदनों का अंबार जिला कार्यालयों में लगना शुरू हो गया है। डाटा एंट्री ऑपरेटरों की कमी के चलते तहसील कल्याण अधिकारियों पर अधिक काम का दबाव बढ़ गया है। नाहन की तहसील कल्याण अधिकारी धरमी तोमर ने बताया कि नाहन में हर दिन अभी भी 150 से 200 आवेदन आ रहे हैं, लेकिन उनके पास इसके प्रबंधन के लिए पर्याप्त स्टाफ नहीं है। उन्होंने बताया कि उनके पास अन्य कई योजनाओं जैसे विधवा पेन्शन, एकल नारी, बुढ़ापा पेंशन आदि के लगभग 8000 लाभार्थी हैं। जिला सिरमौर मे इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत अभी तक 69278 आवेदन किए जा चुके हैं और अभी केवल 4128 महिलाओं को ही इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना का लाभ मिल सका है।

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इस विषय को लेकर हिमाचल प्रदेश तहसील कल्याण अधिकारी महासंघ की एक वर्चुअल बैठक हुई है । महासंघ के जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने बताया कि बैठक में योजना के कार्यान्वयन में तहसील कल्याण अधिकारियों के कार्यालय को हो रहीं कठिनाइयों पर चर्चा की गई। वहीं बैठक के बाद तहसील कल्याण अधिकारी धरमी तोमर इस बारे सिरमौर जिला कल्याण अधिकारी को भी एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में हिमाचल प्रदेश तहसील कल्याण अधिकारी महासंघ ने कहा है कि डेटा एंट्री हमारी जॉब प्रोफाइल का हिस्सा नहीं है, और हम इस कार्य को कुशलतापूर्वक करने के लिए आवश्यक कौशल या संसाधनों से लैस नहीं हैं।

महासंघ ने कहा है कि यदि एक महीने के भीतर सरकार ने डाटा एंट्री ऑपरेटर और फील्ड सहायक नियुक्त करने को लेकर उचित कदम नहीं उठाए तो महासंघ योजना के अधीन अगली किस्त भेजने से पूर्व योजना संबंधित कार्य के विरोध का निर्णय लेगा। बैठक में सदस्यों ने डाटा एंट्री ऑपरेटर नियुक्त करने की मांग पर कोई कार्रवाई न होने पर चिंता जताई।

वहीं सिरमौर के जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा ने बताया कि जिला में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि के तहत आवेदनों का ग्राफ लगभग 70000 के करीब पहुंच गया है और अभी तक 4128 महिलाओं को सम्मान निधि दी जा चुकी है।

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