संधोल: हिमाचल प्रदेश सरकार के जल शक्ति, बागवानी, राजस्व एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार जनता की खुशहाली के विजन और मिशन के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य ध्यान सुशासन और समावेशी विकास पर है। हर नागरिक के कल्याण के लिए अनेक नई पहलें और योजनाएं चलाई गई हैं। गांव-गांव में ऐसी अधोसंरचनाएं तैयार करने पर बल दिया गया है जिनसे बड़े पैमाने पर लोगों को लाभ मिले, और आत्मनिर्भर हिमाचल बनाने में सबका योगदान सुनिश्चित हो।
महेन्द्र सिंह ठाकुर शुक्रवार को धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र के रांगड़, खडून, चलैल और परौण गांवों में आयोजित जन शिकायत निवारण कार्यक्रमों में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने जन समस्याएं सुनीं और उनका मौके पर निपटारा किया । जल शक्ति मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सड़क, बिजली और सिंचाई संसाधनों के नेटवर्क की मजबूती और विस्तार देने के साथ यह सुनिश्चित किया गया है कि विकास कार्यांे का पूरा लाभ प्रदेश की जनता को मिल सके। महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार गतिविधियों से जोड़ कर और नवाचार के लिए प्रोत्साहित कर एक समृद्ध जीवन के लिए उन्हें सरकार की ओर से हर संभव सहायता दी जा रही है।
महेंद्र सिंह ठाकुर ने किसानों विशेषकर बेरोजगार नौजवानों से बागवानी के एचपी शिवा प्रोजैक्ट से जुडने का आह्वान किया है ताकि वे घर द्वार पर अच्छी आमदनी कमाएं और आत्मनिर्भर बन सकें । जलशक्ति मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को एक फल राज्य के तौर आगे ले जाने के लिए प्रदेश के निचले व मध्यम क्षेत्रों के सात जिलों के लिये 1688 करोड़ रूपये के एचपी शिवा प्रोजैक्ट की शुरुआत की है। इसके माध्यम से जहां किसानों व बागवानों को उच्च गुणवत्ता युक्त अमरूद, संतरा, लीची व अनार के पौधे मुहैया करवाये जा रहे हैं तो वहीं सिंचाई सुविधा के साथ-साथ, जमीन की सोलरयुक्त बाड़बंदी की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि एक बीघा जमीन से अमरूद की खेती से औसतन सवा तीन लाख रूपये की सालाना आमदन अर्जित की जा सकती है।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत स्योह की प्रधान प्रीति देवी, ग्राम पंचायत खनौड़ की प्रधान आशा देवी, अधिशाषी अभियन्ता जल शक्ति राकेश पराशर, अधिशाषी अभियन्ता पीडब्लयूडी जे पी नायक, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत सुनील ,बीडीओ करतार धीमान सहित विभिन्न पंचायतों के जन प्रतिनिधि पदाधिकारी, पार्टी पदाधिकारी व विभिन्न विभागों के अधिकारी गण उपस्थित थे ।