सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के वृक्ष सुधार और आनुवंशिक संसाधन विभाग ने विश्वविद्यालय परिसर में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया। इस वर्ष की थीम, ‘प्रकृति के साथ सद्भाव में सतत जीवन’ रही। इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय सेवा योजना (एन॰एस॰एस॰) के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया था।
वानिकी महाविद्यालय के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र भाषण प्रतियोगिता और पोस्टर-निर्माण प्रतियोगिता सहित पूरे दिन विभिन्न गतिविधियों में शामिल हुए।
वानिकी महाविद्यालय के डीन डॉ. सीएल ठाकुर मुख्य अतिथि रहे जबकि यूनिवर्सिटी लाइब्रेरियन डॉ. एचपी सांख्यान ने विशिष्ट अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में भाग लिया। अपने संबोधन में डॉ. ठाकुर ने छात्रों, विशेष रूप से वानिकी का अध्ययन करने वालों को, वन संरक्षण और स्थिरता दोनों को बढ़ावा देने वाले नवीन विचारों पर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उनसे व्यापक संरक्षण पहल में शामिल होने का आग्रह किया और प्रतियोगिता विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। विभाग के संकाय डॉ. अनिता कुमारी, डॉ. शिखा ठाकुर और डॉ. ललित ठाकुर ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया।